ग्वालियर।
उत्तर भारत सहित ग्वालियर चम्बल संभाग में पद रही कड़ाकेदार सर्दी रोज नए कीर्तमान स्थापित कर रही है । पूरा प्रदेश जहाँ तेज सर्दी की चपेट में है वहीं अंचल शीत लहर की गिरफ्त में है। यहाँ सोमवार को लगातार ग्यारहवे दिन सीवियर कोल्ड डे रिकॉर्ड किया गया।
सोमवार को सुबह जब लोगों ने आँख खोली तो पिछले दिनों की तरह ही कोहरा छाया था और हाथ को हाथ दिखाई नहीं दे रह था। यानि दृश्यता कई शून्य के आसपास थी। दिन चढ़ा तो लोगों ने आस लगाई की शायद सूरज निकले लेकिन पूरे दिन सूरज सहमा रहा । शाम के चार बजे के आसपास सूरज की किरणों ने झाँकने की हिम्मत बटोरी लेकिन मात्र 15 से 20 मिनट में ही किरणों की हिम्मत टूट गई और सूरज बादलों में छिपकर गायब हो गया। नतीजा ये रहा कि दिन का तापमान 8.3 डिग्री दर्ज किया गया ।
मौसम विभाग में 1990 से अबतक का रिकॉर्ड मौजूद है लेकिन 8.3 रजिस्टर में कहीं दर्ज नहीं है। उधर दिन का रिकॉर्ड टूटा तो रात कहाँ पीछे रहने वाली थी । सोमवार की रात का पारा 23 साल बाद 2.2 पर जाकर ठहर गया। इससे पहले 11 दिसंबर 1996 को न्यूनतम तापमान 2.2 डिग्री था। पड़ोसी जिले भिंड में तो रात का तापमान 2 डिग्री तक पहुँच गया। सोमवार को ग्वालियर का दिन प्रदेश में सअबसे ठंडा दर्ज किया गया तो भिंड की रात सबसे ठंडी रही। मौसम वैज्ञानिक कहते है कि सूरज की किरने जमीन तक नहीं पहुँच रहीं है और वातावरण में नमी बराबर बनी हुई है इसलिए सर्दी बहुत सता रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि बर्फीली हवाएं अभी जारी रहेंगे । यानि सर्दी का सितम अभी जारी है।