ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) की बड़ी लापरवाही का एक प्रमाण शनिवार को सामने आया है जब 9 साल बाद गिरफ्तार किया गया अपहरण और हत्या का एक आरोपी तीन पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। आरोपी के भागने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई है। एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
ग्वालियर में आज बहोड़ापुर पुलिस थाने के तीन पुलिसकर्मियों ने ग्वालियर पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े कर दिये हैं। जिस शातिर आरोपी मुकेश परिहार उर्फ जयपाल को क्राइम ब्रांच पुलिस ने पिछले दिनों शुक्रवार को दिल्ली से गिरफ्तार किया था वो चकमा देकर भाग गया और तीनों पुलिसकर्मी हाथ मलते रह गए। खास बात ये है कि पुलिस एक छात्र के अपहरण और हत्या के मामले में 9 साल से मुकेश परिहार की तलाश कर रही थी। दरअसल गिरफ्तार करने के बाद आज पुलिस आरोपी की उम्र की तस्दीक के लिए उसे शाम को स्कूल लेकर पहुंची थी, यहीं पर पुलिस की लापरवाही का फायदा उठाकर वो भाग गया।
ये है पूरा मामला
बहोड़ापुर थाना क्षेत्र में रहने वाले छात्र प्रांकुल शर्मा का मुकेश परिहार उर्फ जयपाल और उसके साथियों ने 2013 में अपहरण कर लिया था। बाद में डबरा के पास सिंध नदी में ले जाकर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में कुल 9 आरोपी थे जिसमें से 8 गिरफ्तार हो चुके थे और जेल में हैं । मुकेश ने खुद को मरा हुआ घोषित कर रखा था। पिछले दिनों पुलिस को इसकी लोकेशन मिली कि ये दिल्ली में पहचान छिपा कर रह रहा है उसके बाद ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने दिल्ली जाकर गिरफ्तार कर लिया।
वारदात के समय मुकेश 16 साल का था
2013 में जब मुकेश अपने साथियों के साथ इस वारदात में शामिल था तब उसकी उम्र 16 साल थी वो नाबालिग था । पुलिस जब उसे 9 साल बाद गिरफ्तार कर लाई तो उसकी उम्र एक बार कन्फर्म करना चाहती थी। इसके लिए आज बहोड़ापुर थाने के एस आई मोहन सिंह यादव, प्रधान आरक्षक रवि पाठक और प्रधान आरक्षक रघुवीर सिंह धाकड़ उसे लेकर घासमंडी स्थित उसके स्कूल श्रीकृष्ण मेमोरियल पहुंचे थे।
ऐसे उठाया लापरवाही का फायदा
तीनों पुलिसकर्मी स्कूल स्टाफ के साथ मुकेश की मार्कशीट को लेकर बात कर रहे थे, उसका एक हाथ रस्सी से बांधकर हवलदार पकड़े हुए था। उसने इसी मौके का फायदा उठाया और वहां से दौड़ लगा दी। एक हवलदार ने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन वो धक्का देकर रफू चक्कर हो गया। पकड़ा तो वह धक्का देकर भाग गया।
SP ने तीनों पुलिसकर्मियों को किया निलंबित
9 साल बाद गिरफ्तार आरोपी की फरार हो जाने के बाद एसपी अमित सांघी ने एस आई मोहन सिंह यादव, प्रधान आरक्षक रवि पाठक और प्रधान आरक्षक रघुवीर सिंह धाकड़ को निलंबित कर लाइन अटैच कर दिया है। आरोपी के भागने की घटना एक सीसीटीवी में कैद हो गई है जिसके आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।