Gwalior News : मानसून की 4 घंटे की पहली बारिश ने खोली ग्वालियर नगर निगम की पोल, जिला अस्पताल में भरा पानी, करोड़ों की सड़कें उखड़ी

Atul Saxena
Updated on -

Gwalior News : मानसून का इंतजार कर रहे ग्वालियर शहर को आज गर्मी और उमस से थोड़ी राहत मिली लेकिन मानसून की पहली ही बारिश ने नगर निगम के इंतजामों की पोल खोल दी, शहर में जगह जगह पानी भर गया, जिला अस्पताल भी जलमग्न हो गया और करोड़ों रुपये से बनी सड़कें पहली बारिश ही नहीं झेल पाई और उखड़ गईं, थोड़ी से बारिश में ही हालात ख़राब हो गए हैं।

मप्र में मानसून को आये कुछ समय हो गया, ग्वालियर जिले के आसपास के जिलों को इसने भिगोया, ग्वालियर जिले के ग्रामीण क्षेत्र तक भी आया लेकिन शहरी क्षेत्र के लोग उमस और गर्मी से परेशान हो रहे थे, आखिर इंद्र देव को शहर के लोगों पर तरस आया और उन्होंने आज शुक्रवार को शहर को भिगो दिया।

ग्वालियर में आज हुई 76 एमएम बारिश 

आज शुक्रवार को ऊषा काल में यानि तड़के करीब 5:30 के आसपास बारिश शुरू हुई, रिमझिम बरसात रुक रुक कर कभी तेज  तो कभी हलकी होती रही और ये सिलसिला चार साढ़े चार घंटे तक जारी रहा, ग्वालियर मौसम विज्ञान केंद्र में पदस्थ मौसम विज्ञानी हुकुम सिंह ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि इस दौरान ग्वालियर में 76 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, इससे तापमान में भी गिरावट आई है, उन्होंने कहा कि बंगाल की खाड़ी की तरफ बन रहे सिस्टम का असर है, यहाँ निम्न दबाव का क्षेत्र बन रहा है जो मानसून की बारिश कर रहा है, ग्वालियर में अभी दो दिनों तक बारिश के आसार हैं।

नगर निगम ने नहीं की बारिश पूर्व की ठोस तैयारी 

ग्वालियर नगर निगम ने बारिश पूर्व सारे इंतजाम करने के दावे किये, मंत्रियों से लेकर कमिश्नर तक ने अधिकारियों तक को निर्देश दिए कि बारिश में कहीं जलभराव के हालात पैदा नहीं हो ऐसा इन्तजाम पहले से कर लिया जाये लेकिन इन आदेशों पर कितना अमल हुआ ये आज पहली ही बारिश में उजागर हो गया।

जिला अस्पताल में भरा पानी, मरीज हुए परेशान 

चार घंटे की बारिश में शहर में हालात ख़राब हो गए, सड़कों पर पानी भर गया, मुरार स्थित माधव राव सिंधिया जिला अस्पताल परिसर में पानी भर गया, यहाँ पहुंचे मरीज से लेकर स्टाफ तक इसी भरे हुए पानी में से निकलकर अस्पताल के अन्दर इलाज के लिए जाते रहे लेकिन किसी ने पानी को निकालने की तुरंत कोई व्यवस्था नहीं की, जब बारिश रुकी तब पानी अपने आप बहकर निकल गया तब कहीं मरीजों को राहत मिली।

ऊर्जा मंत्री की विधानसभा में हालात ख़राब 

ग्वालियर नगर निगम के वार्ड नंबर 14 का हाल तो बहुत बुरा है, खास बात ये है कि वार्ड नंबर 14 ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की विधानसभा में आता है और यहाँ पार्षद विनोद “माठू” यादव कांग्रेस के पार्षद हैं फिर भी उनकी कोई सुनवाई नहीं है, कांग्रेस पार्षद माठू यादव ने सोशल मीडिया पर अपने वार्ड के हालात शेयर किये ।

वार्ड 14 में बनी 11 करोड़ की सड़क पहली बारिश में उखड़ी 

उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 14 में सेवा नगर में एक महीने पहले ही 11 करोड़ की लागत से मेन रोड पर बनी है, नगर निगम के ठेकेदार ने यहाँ नाला बनाया था जो पहली ही बारिश में उखड़ गया, अमृत योजना के तहत यहाँ नगर निगम ने सीवर लाइन डाली थी लेकिन आज हालात ख़राब ये हैं कि सीवर सड़क पर बह रहा है और 11 करोड़ की सड़क और नाला पहली ही बारिश नहीं झेल पाया।

कांग्रेस पार्षद परेशान , सुनने वाला कोई नहीं 

कांग्रेस पार्षद माठू यादव ने कहा कि उन्होंने ठेकदार से बात की, नगर निगम कमिश्नर हर्ष सिंह से बात की, सम्बंधित अधिकारी से बात लेकिन कोई नहीं सुन रहा, महापौर शोभा सिकरवार से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई, महापौर को व्हाट्स एप पर मैसेज भी किये लेकिन अब तक उसका कोई रिप्लाई नहीं आया, जनता परेशान हैं समझ नहीं आता किसके पास जाऊं, लगता हैं सब गहरी नींद में हैं।

कुछ घंटे की बारिश ने ही खोली नगर निगम के इंतजाम की पोल 

बहरहाल आज कुछ घंटे की बारिश ने नगर निगम के इंतजाम का ट्रेलर दिखा दिया है, यदि आज के हालात से निगम अधिकारी नहीं जागे और कहीं लगातार कुछ घंटों की मूसलाधार बारिश  हो गई तो शहर के हालात विषम हो सकते हैं, निगम अधिकारियों को इसके लिए अब इंतजाम कर लेना चाहिए।

Gwalior News : मानसून की 4 घंटे की पहली बारिश ने खोली ग्वालियर नगर निगम की पोल, जिला अस्पताल में भरा पानी, करोड़ों की सड़कें उखड़ी Gwalior News : मानसून की 4 घंटे की पहली बारिश ने खोली ग्वालियर नगर निगम की पोल, जिला अस्पताल में भरा पानी, करोड़ों की सड़कें उखड़ी Gwalior News : मानसून की 4 घंटे की पहली बारिश ने खोली ग्वालियर नगर निगम की पोल, जिला अस्पताल में भरा पानी, करोड़ों की सड़कें उखड़ी

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News