बदलेगी ग्वालियर रेलवे स्टेशन की तस्वीर, पीएम मोदी ने किया 534 करोड़ की योजना का शिलान्यास

Atul Saxena
Published on -

Gwalior News : अब जल्दी ही रियासतकालीन ग्वालियर रेलवे स्टेशन की सूरत बदलने वाली है,  रेलवे स्टेशन के जीर्णोद्धार और विस्तारीकरण योजना का आज प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली शिलान्यास किया, पीएम आज मध्य प्रदेश के रीवा में थे उन्होंने वहां से प्रदेश को कई सौगातें दी और इसी मौके पर ग्वालियर रेलवे स्टेशन के लिए मंजूर 534 करोड़ रुपये की  योजना का शिलान्यास किया। अब जल्दी ही इस योजना पर काम शुरू होगा जिसके बाद ग्वालियर रेलवे स्टेशन एक खूबसूरत हवाई अड्डे की तर्ज पर आधुनिक सुविधा संपन्न रेलवे स्टेशन बन जायेगा।

बदलेगी ग्वालियर रेलवे स्टेशन की तस्वीर, पीएम मोदी ने किया 534 करोड़ की योजना का शिलान्यास

मुख्य लाइन पर बना है ग्वालियर रेलवे स्टेशन 

नई दिल्ली से मुम्बई और दक्षिण भारत तक जाने वाली सबसे लंबी रेल लाइन का प्रमुख और महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है ग्वालियर रेलवे स्टेशन, इस लाइन से दिन रात बड़ी संख्या में ट्रेन गुजरती हैं जिनमें, राजधानी, वन्दे भारत, शताब्दी, दुरंतो, गरीब रथ सहित अन्य सुपर फ़ास्ट, एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेन शामिल हैं, यहाँ अभी करीब 170 ट्रेन रूकती हैं, कई ट्रेन ग्वालियर से शुरू भी होती हैं।

बढ़ते ट्रेफिक के कारण बनी विस्तारीकरण की योजना 

लगातार बढ़ते ट्रैफिक को देखते हुए रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण की योजना बनाई गई , इसके लिए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, स्थानीय सांसद विवेक शेजवलकर सहित अन्य जन प्रतिनिधियों ने प्रयास किये जिसे अब अमलीजामा पहनाया जा रहा है।

बदलेगी ग्वालियर रेलवे स्टेशन की तस्वीर, पीएम मोदी ने किया 534 करोड़ की योजना का शिलान्यास

पीएम मोदी ने रीवा से किया वर्चुअल शिलान्यास 

पीएम मोदी ने रीवा से इस योजना का शिलान्यास किया लेकिन इसके लिए ग्वालियर में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। ग्वालियर LNIPE के सभागार में प्रदेश की ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर सहित स्थानीय जन प्रतीनिधियों की मौजूदगी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। हालाँकि कार्यक्रम अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गया , लोग तकनीकी खराबी और बिजली गुल के चलते पीएम के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण नहीं देख सके जिसकी नाराजगी उनके चेहरे पर दिखाई दी, केंद्रीय मंत्री सिंधिया, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट की गैर मौजूदगी भी चर्चा का विषय रही।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने दिया पीएम को धन्यवाद 

कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर रेलवे स्टेशन की 534 करोड़ रुपये की योजना के शिलान्यास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद मोदी का धन्यवाद दिया, उन्होंने अव्यवस्थाओं के सवाल पर कहा कि इस पर अधिकारियों से बात की जाएगी ।

सिंधिया रियासत में बना था ग्वालियर रेलवे स्टेशन 

ग्वालियर रेलवे स्टेशन का इतिहास आजादी से पहले का है, सिंधिया राजवंश के समय 1838 में इसकी नीव पड़ी फिर सिंधिया शासकों ने 1940 में इसे हेरिटेज लुक देते हुए नए सिरे से तैयार कराया और ये आज भी ऐसा ही है , आज यहाँ एक दिन में करीब 50 हजार यात्री ट्रेनों के माध्यम से सफ़र करते हैं।

बदलेगी ग्वालियर रेलवे स्टेशन की तस्वीर, पीएम मोदी ने किया 534 करोड़ की योजना का शिलान्यास

मोदी सरकार देश में रेलवे स्टेशनों का उन्नयनीकरण और विस्तारीकरण कर रही है, भोपाल का रानी कमलापति (हबीबगंज) रेलवे स्टेशन मप्र का पहला स्टेशन है जो विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस है अब मध्य प्रदेश का दूसरा रेलवे स्टेशन ग्वालियर रेलवे स्टेशन होगा जो विश्व स्तरीय सुविधाओं वाला होगा। इसका उन्नयन 24 घंटे में डेढ़ लाख यात्रियों के क्षमता के हिसाब से किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि करीब 48 हजार वर्ग मीटर में ग्वालियर रेलवे स्टेशन बनेगा, प्लेटफॉर्म की संख्या बढ़ कर 4 से 6 हो जाएगी, यहाँ यात्रियों की सुविधाओं के लिए 21 एस्केलेटर 19 लिफ्ट लगेंगी, वर्ल्ड क्लास वेटिंग हॉल बनेंगे। बिजली के लिए स्कॉडा और बीएमएस सिस्टम लगेगा, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट जैसी सुविधाएँ भी होंगी, यानि ग्वालियर रेलवे स्टेशन की छवि एक आधुनिक हवाई अड्डे की तरह होगी।

“इमेज के लिए आभार – कलेक्टर ग्वालियर ट्विटर एकाउंट”

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News