ग्वालियर को मिली देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम की सौगात, उपराष्ट्रपति ने किया उद्घाटन; जानें क्या रहेगी खासियतें

भारत के उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ आज ग्वालियर पहुंचे, जहां उन्होंने देश के पहले आधुनिक जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन किया है। जिसमें दो गैलरियां बनाई गई है। आइए जानते हैं इसकी खासियत क्या है...

Sanjucta Pandit
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Vice President Jagdeep Dhankhar Gwalior News
  1. जियो साइंस म्यूजियम में दो गैलरियाँ बनाई गई हैं।
  2. एक में पृथ्वी की उत्पत्ति और विकास की जानकारी दर्शाई गई है।
  3. दूसरी गैलरी में मानव सभ्यता और उससे जुड़े विकास को बतलाया गया है।
  4. डायनासोर की उत्पत्ति और विलुप्ति को भी म्यूजियम में दर्शाया गया है।
  5. पृथ्वी का मूल स्वरूप किस तरह अस्तित्व में आया इसको लेकर भी इस म्यूजियम में जानकारी दी है है।

Gwalior News : आज ग्वालियर में महाराज श्रीमंत जीवाजी राव सिंधिया की प्रतिमा का अनावरण कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने ग्वालियरवासियों को इस अनूठी सौगात दी है। दरअसल, उपराष्ट्रपति ने देश के पहले जियो साइंस म्यूजियम का उद्घाटन किया है। साथ ही वहां मौजूद सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। इस खास मौके पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय संचार व पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय कोयला व खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दुबे, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, जिला प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, सांसद भारत सिंह कुशवाह सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने म्यूजियम के उदघाटन के बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ को महाराज बाड़ा पर स्थित ऐतिहासिक इमारतों की शिल्प एवं शैलियों से अवगत कराया। इसके अलावा, उपराष्ट्रपति ने सभी अतिथियों के साथ म्यूजियम की विभिन्न गैलरियों में दर्शाए गए भू-विज्ञान से संबंधित चित्रों, कलाकृतियों को देखा और म्यूजियम की सराहना की।

देश का पहला अत्यधिक जियो साइंस म्यूजियम

बता दें कि इस म्यूजियम को राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद द्वारा बनाया गया है, जिसे ग्वालियर नगर निगम के सहयोग से तैयार किया गया है। यह देश का पहला अत्यधिक जियो साइंस म्यूजियम है, जिसमें पृथ्वी की उत्पत्ति, मानव जाति, मानव सभ्यता का विकास सहित ब्रह्मांड से जुड़ी तमाम जानकारियां दिखाई जाएगी। इस म्यूजियम में बच्चों से लेकर बड़े हर वर्ग के लोगों को विज्ञान के बारे में नजदीकी और गहराई से जानने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, पर्यटक को बढ़ावा देने के लिए म्यूजियम में डायनासोर का अंडा भी रखा गया है।

बनाई गई है दो गैलरियां

इस म्यूजियम में दो गैलरियां बनाई गई है। पहली गैलरी में दर्शाया गया है कि पृथ्वी अपने मूल स्वरूप में किस प्रकार आई। कौन-कौन सी चीजों से मिलकर पृथ्वी बनी है। वर्तमान में जो पृथ्वी है, असल में वह कैसी दिखती है। पृथ्वी के भीतर लावा किस तरह से तैयार होता है और ज्वालामुखी फूटने से किस तरह पर्वतों का निर्माण होता है। इसके अलावा, वायु मण्डल और महासागर के बारे में भी वर्णन है।

वहीं, दूसरी गैलरी में मानव जाति और मानव सभ्यता के विकास को दर्शाया गया है। इसके अलावा, धरती पर डायनासोर की उत्पत्ति और विलुप्ति, मानव की उत्पत्ति, जीवनक्रम, मानव सभ्यता की जीवन शैली में आए बदलाव का भी वर्णन दर्शाया गया है। पूरी गैलरी में लाइट इफैक्ट्स और अत्याधुनिक मशीनों का उपयोग किया गया है, जिससे यह पर्यटकों खासकर बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा।

इन लोगों की भी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के महानिदेशक असित साहा, संभाग आयुक्त मनोज खत्री, पुलिस महानिरीक्षक अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह, नगर निगम आयुक्त अमन वैष्णव और जियो लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अधिकारी भी मौजूद रहे।


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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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