Harda: लगातार बिगड़ते मौसम से चना व गेहूं जैसी फसलों पर बीमारियां पनप रही है। ऐसे में इस समय बारिश होने के कारण चना फसल पूरी तरह से बर्बाद हो सकती है। वहीं, खराब मौसम की वजह से गेहूं की फसल में इल्लियों का प्रकोप देखने को मिल रहा है। बादल के बाद अब बारिश होने की वजह से किसानों की चिंताएं बढ़ रही है, क्योंकि इन दिनों किसानों के खेतों में गेहूं व चना फसल के उगने की शुरुआत ही हुई है। मौसम ऐसा ही रहा और अगर फिर आगे बारिश हुई तो ऐसे में फसलों को भारी नुकसान हो सकता है।
किसानों का कहना है कि पिछले 15 दिनों से मौसम काफी खराब है। हालांकि बीते दो दिनों से बारिश नहीं हुई है, लेकिन इससे पहले जो बारिश हुई थी उस वजह से मुश्किलें बढ़ी हुई है। दलहनी फसलों को ज्यादा खतरा है क्योंकि उनमें कीड़े लगने की आशंका ज्यादा बन रही है। इसलिए हमेशा की तुलना में फसल इस बार थोड़ी कमजोर नजर आ रही है। अगर फसल में कीड़े लग गए तो फसल पूरी तरह बर्बाद हो जाएगी। इस बार की बारिश फसलों के लिए घातक साबित हो रही है। पिछले दो सप्ताह से खराब मौसम का दौर जारी है, जो दलहन, तिलहन, मूंग, सरसों, तिवरा समेत अन्य फसलों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
फसल के बचाव के लिए करें यह उपाय
हरदा के कृषि विज्ञान केंद्र में कार्यरत डॉ. ओपी भारती ने बताया कि जब कोहरा होता है, तो इल्लियां चना और अरहर समेत सभी दलहनी फसलों को नुकसान पहुंचा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि किसानों को अपनी फसलों को सुरक्षित रखने के लिए फसलों पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है। अगर फसलों में छोटी इल्लियां दिखाई देती हैं तो उन्हें फसल पर इमामेक्टिन 5% को 800 ग्राम प्रति एकड़ के हिसाब से छिड़काव करना होगा। इसके अलावा खेत में कुछ घूंटियों का गाड़ना भी मददगार हो सकता है ताकि पक्षी उन पर बैठकर इल्लियों को का सके।