राजगढ़, डेस्क रिपोर्ट। राजगढ़ जिले के विकास के साथ ही कोरोना काल मे सूझ-बूझ से भूमिका निभाने वाले कलेक्टर नीरजकुमार सिंह को प्रदेश के बड़े जिले होशंगाबाद का कलेक्टर बनाया गया है। मार्च 2020 में सरकार बदलने के साथ ही बदले गए कलेक्टरों में कोरोना के बीच नीरज कुमार सिंह की पोस्टिंग राजगढ़ में हुई थी। उन्होंने अपनी सूझ-बूझ से कोरोना काल मे अहम भूमिका निभाई एवं पहली लहर के दौरान लंबे समय तक जिले को कोरोना मुक्त रखा। दूसरी लहर में भी जिले के हालात पूरी तरह काबू में ही रहे। साथ ही राजस्व में पकड़ के कारण अब रेत के लिए प्रसिद्ध होशंगाबाद की जवाबदारी उन्हें सौंपी गई है।
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उल्लेखनीय है कि दमोह कलेक्टर रहते हुए अपने अधीनस्थों की जांच एवं निरीक्षण करने अचानक 40 किलोमीटर सायकिल चलाकर दमोह से हटा पहुंच गए। अपने अनोखे अंदाज के कारण इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह प्रदेश भर में चर्चा का विषय बने थे। वहीं 2013 बेच के आईएएस अफसर हर्ष दीक्षित को राजगढ़ कलेक्टर बनाया गया है। बालाघाट के बैहर में एसडीओ एवं छतरपुर जिले के जिला पंचायत सीईओ रह चुके आईएएस हर्ष दीक्षित वर्तमान में जबलपुर में अपर कलेक्टर के पद पर पदस्थ थे। जहां वर्ष 2019 में वेयर हाउस संचालक द्वारा की जा रही गड़बड़ी को पकड़ने के बाद फटकार लगाते हुए देखे गए थे। उस समय श्री दीक्षित की पहचान दबंग आईएएस के रूप में निखरी थी।
गत ढाई वर्षों से जबलपुर में पहचान बना चुके आईएएस दीक्षित को पहली बार जिले की कमान मिली है। राजगढ़ में जहां उन्हें गोशालाओं में गायों के प्रति लापरवाही के मामलों सहित जमीनी मामलो में बड़ी गड़बड़ियों के रूप में चुनौती से सामना करना है।
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