भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पूरे देश के साथ ही आज मध्यप्रदेश(madhya pradesh) में भी विरोध के रूप में बंद की घोषणा हुई है। इस बंद का असर भोपाल(bhopal) में नज़र भी आने लगा है। ये बंद कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स(कैट) और भोपाल किराना व्यापारी महासंघ(federation of traders) ने साथ मिलकर GST के कुछ प्रावधानों के विरोध(protest) में किया है। बंद के स्वैछिक होने के बावजूद मुख्य बाज़ारों में व्यापारियों ने बंद का पुरजोर समर्थन करते हुए दुकानें नहीं खोली।
भोपाल के थोक किराना बाजार जुमेराती(jumerati market) में इस बंद का असर मुख्य रूप सर दिखाई दिया। यहां व्यापारियों(traders) ने अपनी दुकानें नहीं खोली। भोपाल किराना व्यापारी महासंघ के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने इस बंद का उद्द्येश्य बताया। उन्होंने आगे कहा कि ये बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहेगा। न ही हम व्यापारी सड़क पर निकलेंगे और न ही दुकानें आदि खोलेंगे।
आखिर क्या है व्यापारियों की मांग-
अनुपम अग्रवाल का कहना है की आयकर की धारा 281B और CGST की धारा 83(3) के अनुसार फर्जी बिल, गैर-मौजूद विक्रेता, सर्कुलर ट्रेडिंग आदि की वजह से हुई चोरी में कर अधिकारी के बैंक खाते और संपत्ति को जब्त करने का अधिकार दे दिया गया है, ये सही नहीं है।इसके चलते विभाग संपत्ति और बैंक खातों को भी जब्त कर सकता है। इस नियम की चोट ईमानदार व्यापारियों पर होगी।
हालांकि इस बंद को लेकर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग(medical education minister Vishwas Sarang) ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि बातचीत के लिए सरकार हमेशा तैयार रहती है इस वजह से इस तरह के बंद की कोई आवश्यकता नहीं है। किसी को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो सरकार इसका पूरा ख्याल रखती है।