इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) की औद्योगिक राजधानी (industrial capital) इंदौर (indore) अब कोरोना कैपिटल (corona capital) बनती जा रही है। दरअसल, ये बात वो आंकड़े (figures) साफ कर रहे है जो चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (health department) द्वारा हर रोज जारी किए जाते है।
बता दें कि इंदौर में कोरोना की दूसरी लहर के बाद पहली दफा ऐसा हुआ है कि कोविड मरीजों की संख्या 600 के पार लगातार 3 दिन तक रही है। ये आंकड़े इंदौर के लिये अच्छे संकेत नहीं माने जा रहे है। दरअसल, 600 की हैट्रिक लगाने वाला कोरोना दिनों दिन अपनी रफ्तार बदल रहा है और इसी का परिणाम है कि प्रशासन को भी सख्त रवैया अपनाना पड़ रहा है।
शनिवार रात को जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक इंदौर में कोरोना संक्रमण के 603 नए लोग शिकार बने हैं। वहीं कोरोना की वजह से 2 लोगों की जान भी जा चुकी है। बता दें कि इंदौर में गुरुवार को 612, शुक्रवार को 619 तो शनिवार को 603 मरीज सामने आए है। जिसके बाद इंदौर में एक्टिव मरीजो की संख्या बढ़ गई है और वर्तमान में होम आइसोलेशन और अस्पतालों में कुल 3123 मरीजों का इलाज जारी है। वहीं कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 955 तक जा पहुंची है।
यह भी पढ़ें… MP: दूसरे LOCKDOWN में सड़कों पर पसरा सन्नाटा, आवश्यक सामानों के लिए जनता परेशान
हैरान कर देने वाले ये आंकड़े अब न सिर्फ प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है बल्कि सरकार के लिए भी। ऐसे में माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश सरकार कोरोना के लिहाज से कोई बड़ा और कड़ा फैसला ले सकती है ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके। फिलहाल, इंदौर में कोरोना से जंग जारी है और ऐसे में होली और शब- ए- बारात जैसे पर्व को लेकर कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 28 एवं 29 मार्च की दरमियान रात में मुख्य मार्ग, चौराहोंं, बड़े मैदान आदि में होलिका दहन नहीं किया जा सकेगा। इसे कॉलोनी के अंदर ही मनाना होगा। इसी तरह शब-ए-बारात भी प्रतीकात्म रूप से, किसी मोहल्ले विशेष के निवासियों द्वारा उसी मोहल्ले से संबंधित कब्रिस्तान में ही मनाया जा सकेगा। कब्रिस्तान कमेटी को सुनिश्चित करनी होगा कि किसी भी एक समय में 20 लोग से ज्यादा इकट्ठे न हो। साथ ही किसी भी मोहल्ले के रहवासी दूसरे मोहल्ले में नहीं जा सकेंगे।