इंदौर।
“पूत कपूत हो सकते हैं किन्तु माता कभी कुमाता नहीं हो सकती” जैसी भावना को झुठलाते हुए आज इंदौर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहाँ एक कलयुगी माँ ने चार घंटे की बच्ची को मरने के लिए बोरे में लपेटकर कचरे में फेंक दिया। कचरे में जब बच्ची को चीटियां खाने लगी तो बच्ची रोने लगी। आवाज़ सुनकर राहगीर पहुंचे और बच्ची को बोरे से निकाला और इसकी सुचना पुलिस को दी। बच्ची को इंदौर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
दरअसल रविवार की सुबह इंदौर के राऊ के गुरुकुल ग्राउंड पर किसी माता-पिता ने अपने 4 घंटे पहले जन्मीं बेटी को फेंक दिया। जहाँ कचरे के ढेर में पड़ी बच्ची को जब चीटियां खाने लगी तो वो बिलखने लगी। बच्ची की आवाज़ पर वहां सोसाइटी के लोग इकठ्ठा हुए और बच्ची को बोरी से निकाला और पुलिस को सूचित किया। वहीँ महिलाओं ने उसे नहलाया और साफ कपड़े पहनाए। जिसके बाद बच्ची को एमवायएच में भर्ती किया है।
इधर मौके पर पहुंची पुलिस का कहना है कि देखने पर लगा कि बच्ची ने चार-पांच घंटे पहले ही जन्म लिया है। फिलहाल माता-पिता का पता नहीं चला है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। टीआइ दिनेश वर्मा के मुताबिक, सूचना मिलते ही एफआरवी के सिपाही राजू, पायलट संदीप व एसआइ अनिला पाराशर, मनीष और सिपाही जीतू मौके पर पहुंचे थे।