Indore News : मध्य प्रदेश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में शामिल देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और आईएमएस ने हाल ही में नए छात्र-छात्राओं के लिए अपना वार्षिक प्रेरण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम के शुरुआत में सबसे पहले छात्रों का स्वागत किया गया। इतना ही नहीं उन्हें अपनी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए प्रेरित भी किया गया। वार्षिक प्रेरण कार्यक्रम की शुरुआत आईएमएस की निदेशक डॉक्टर संगीता जैन द्वारा की गई। डॉक्टर संगीता जैन ने सभी छात्र-छात्राओं को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने की संस्था की प्रतिबद्धता के बारे में बताया। साथ ही उन्हें यह भी बताया कि यह संस्थान उन्हें उनकी सफलता के लिए अच्छे से तैयार करेगी। उन्होंने आईएमएस में मिलने वाली कई सुविधाओं और अवसरों पर भी प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को सूचना दी।
नए अनुभवों को किया साझा
इसमें पाठ्यतर गतिविधियां इंटर्नशिप और प्लेसमेंट सहायता शामिल है। इसके अलावा, कार्यक्रम में एचडीएफसी बैंक के उपाध्यक्ष कैलाश नेवल द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया कि इन दिनों नौकरी बाजार में अपनी अंतर्दृष्टि साझा करना और कड़ी मेहनत करना सबसे ज्यादा जरूरी है। सभी छात्र-छात्राओं को उन्होंने बताया इसके लिए कड़ी मेहनत समर्पण और संचार कौशल पर जोर देना सबसे ज्यादा जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने सभी से नए अनुभवों के लिए खुले रहने की थी बात का।
कलेक्टर भी हुए शामिल
जानकारी के मुताबिक, कार्यक्रम में इंदौर कलेक्टर भी शामिल हुए। उन्होंने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सबसे पहले आईएमएस की प्रशंसा की वहीं छात्र छात्राओं को बताया कि यहां 100% प्लेसमेंट मिलते हैं। यहां के छात्र-छात्राओं का भविष्य सुरक्षित हाथों में है। कार्यक्रम में कलेक्टर ने उद्देश्य रखने के महत्व पर प्रकाश डाला। वहीं, छात्रों से कहा कि अधिक स्क्रीन समय से बचने की कोशिश की जाए। साथ ही उन्होंने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
छात्राओं को दी शुभकामनाएं
इस कार्यक्रम में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रेनू जैन का संबोधन हुआ। उन्होंने आईएमएस में अपनी यात्रा शुरू करने वाले छात्राओं को सबसे पहले शुभकामनाएं दी। उसके बाद उन्होंने कहा कि आईएमएस के नए छात्रों के लिए यह प्रेरणा और प्रेरणा का दिन था। इसके अलावा इस कार्यक्रम में अन्य कई सदस्य शामिल हुए। यह कार्यक्रम बेहद खास रहा नए छात्र-छात्राओं को भी इस कार्यक्रम में बहुत कुछ सीखने को मिला।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट