Lok Sabha Elections 2024: इंदौर में कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाने के लिए अपनाया अनोखा तरीका, आम जनता से की ये खास अपील

अभियान के पहले चरण में कांग्रेस नेताओं द्वारा व्यापारियों के बीच पहुंच कर नोटा पर वोट देने की अपील कर रही थी। वहीं अब कांग्रेस घरों के बाहर अनोखा आयोजन कर दीपक से वोट फॉर नोटा लिखकर अपील कर रही है।

Shashank Baranwal
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Indore

Lok Sabha Elections 2024: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में लोकसभा का चुनाव चौथे चरण में 13 मई को होने वाला है। वहीं कांग्रेस ने लोकतंत्र बचाने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया है। इस दौरान कांग्रेस द्वारा शहर भर में एक अभियान चला रही है, जिसमें कांग्रेस नेताओं के द्वारा आम जनता से घरों के बाहर दीपक जलाकर वोट फॉर नोटा पर मतदान करने की अपील की जा रही है। वहीं यह अभियान कांग्रेस द्वारा 11 मई तक चलाया जाएगा।

बीजेपी बनाम जनता का हुआ चुनाव

प्रदेश कांग्रेस के संभागीय प्रवक्ता विवेक खंडेलवाल और सूचना अधिकार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गिरीश जोशी ने बताया की लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जिस तरह से कांग्रेस प्रत्याशी का अपरहण कर नाम वापसी करवाई है, इससे पूरे इंदौर शहर की जनता में रोष है। आम मतदाता सहित बीजेपी के समर्थक पदाधिकारी भी इस कृत्य से नाराज है। यह चुनाव अब बीजेपी बनाम जनता का हो गया है।

दीपक से वोट फॉर नोटा लिखने की कर रही अपील

इस अभियान के पहले चरण में कांग्रेस नेताओं द्वारा व्यापारियों के बीच पहुंच कर नोटा पर वोट देने की अपील कर रही थी। वहीं अब कांग्रेस घरों के बाहर अनोखा आयोजन कर दीपक से वोट फॉर नोटा लिखकर अपील कर रही है। इस दौरान कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 13 मई को नोटा पर वोट देकर बीजेपी के मुंह पर लोकतंत्र के मतदान का ऐसा चांटा पड़ना चाहिए, जिसके कि वो भविष्य में इस तरह के कृत्य ना कर सके।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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