आज शुक्रवार को इंदौर प्रेस क्लब में कांग्रेस के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (Former Minister Sajjan Singh Verma) के साथ मीडियाकर्मियों से चर्चा करते हुए कांग्रेस विधायक भावुक होते हुए भी नजर आए और उन्होंने कहा कि इंदौर में इन दिनों हालात बद्तर होते जा रहे हैं। कोरोना संक्रमित मरीजों को न तो अस्पताल में बिस्तर मिल रहे हैं और न ही ऑक्सीजन है और न ही रेमडेसिविर इंजेक्शन। भाजपा मेरे काम को इसे नौटंकी करार दे रही है, लेकिन याद रखें इंदौर की जनता इन्हें माफ नहीं करेगी।
इसके बाद आंसुओ के सैलाब के साथ उनका दर्द छलका और संजय शुक्ला ने कहा कि इस बुरे समय मे कोई भी बीजेपी नेता जनता की मदद के लिए आगे आने को तैयार नही है न तो विधायक, न सांसद और ना ही मंत्री। मुझे घर से बाहर कर दिया गया और बावजूद इसके मैं जनता की सेवा में दिन रात एक कर रहा हूँ। मुझे कोरोना के कारण लाशों के ढेर में तब्दील हो रहे इंदौर की चिंता है, जिसके कारण मुझे नींद भी नही आती है।
इतना ही विधायक संजय शुक्ला ने इस दौरान बीजेपी नेताओं ही नही बल्कि प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सवाल उठाए और कहा कि कलेक्टर (Indore Collector), एसडीएम (Indore SDM) उनके फोन भी नही उठाते है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से कहा कि वो आगे आये मैं अकेले कब तक लड़ता रहूंगा। शुक्ला आज इंदौर प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस से मिलिये कार्यक्रम में शामिल हुए थे वो यहां पत्रकारों से कोरोना काल मे इंदौर के हालात और अव्यवस्थाओं को लेकर चर्चा कर रहे थे। वही जब BJP के द्वारा उनके द्वारा किये जा रहे कार्यो को ड्रामा बताया जाने की बात उठी तो वो मीडिया के सामने भावुक हो गये।
दरअसल, कोरोना काल की दूसरी लहर में जहां जनप्रतिनिधि जनता के बीच जाने से बच रहे है। वही इंदौर के कांग्रेस विधायक संजय शुक्ला खुलकर जनता की सेवा में लगे है। इतना ही नही वो जनता के लिए प्रशासन को भी सीधे चुनौती दे रहे है कभी वो शहर में बढ़ते कोरोना के बीच अस्पतालों में बेड की कमी को पूरा करने के लिए अपने हॉस्टल के 200 पलंग की शहर की जनता को समर्पित करने के आगे आये तो कभी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी को पूरा करने के लिये सीधे कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को 5 हजार इंजेक्शन उपलब्ध कराने के ब्लेंक चेक देते नजर आए।
इतना ही नही ऑक्सीजन की बिगड़ती व्यवस्था में सुधार के लिए वो खुद अस्पतालों में मरीजो के परिजन से मिले और अस्पताल प्रबंधन से भी मुलाकात कर लोगो को आ रही दिक्कतो को सुलझाने का प्रयास करते रहे। उन्होंने खुद की ओर से ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर ऑटोमेटिक मशीने भी शहरवासियों को उपलब्ध कराई है इसके अलावा उन्होंने हाल ही में अफसरों के करीबियों को मिल रही सुविधाओं का भंडाफोड़ भी किया था।
बीजेपी इसलिए उठा रही है सवाल
बता दे कि प्रदेश में आने वाले समय मे नगरीय निकाय चुनाव (Municipal Election 2021) होना है और कांग्रेस पार्टी ने विधायक संजय शुक्ला को पहले ही कांग्रेस के महापौर पद (Indore Mayor) का प्रत्याशी घोषित किया हुआ है, ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर में उनका इतना अधिक सक्रिय हो जाना बीजेपी को नागवार गुजर रहा है और इसी का परिणाम है कि बीजेपी शुक्ला द्वारा सड़क पर निकलकर किये जाने वाले कार्यो को महज दिखावा बता रही है जबकि संजय शुक्ला की माने तो वो एक इंदौरवासी और जनप्रतिनिधि होने के नाते दिन रात मेहनत कर रहे है। फिलहाल, विधायक के आंसुओं का सैलाब आने वाले समय मे बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा सकता है।