इन्दौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना को लेकर सावधान रहने की जरूरत है। दरअसल इंदौर में सात मरीजों में कोरोना का जो वेरिएंट पाया गया है वह तेजी से फैलने की क्षमता रखता है। रूस और ब्रिटेन में इस समय इसी वेरिएंट का कहर है।
इंदौर में सितंबर में सात लोग कोरोना पीङित पाए गए थे और इन लोगों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली की एनसीडीसी लैब भेजे गए थे। इन सब की रिपोर्ट आ चुकी है और इनमें कोरोना डेल्टा वेरिएंट का सब वेरिएंट AY-4 मिला है। इस वेरिएंट पर शोध का कार्य अभी जारी है और बहुत ज्यादा जानकारी इसके बारे में नहीं मिली है। लेकिन फिलहाल ब्रिटेन और रूस में इस का कहर है। रूस मे हर 24 घंटों में अब इसके चलते 1000 से ज्यादा लोगों की मौत हो रही है।
कोरोना का यह नया सब वेरिएंट AY.4.2P अन्य सभी वेरिएंट की तुलना में ज्यादा खतरनाक और संक्रामक बताया जा रहा है। यह वायरस के डाटा स्ट्रेन का सब वेरिएंट है जिसने हाहाकार मचा दिया है।
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इसे 10% ज्यादा घातक बताया जा रहा है। दरअसल रूस में कोरोना की तीसरी लहर आ गई है और 15 दिन के भीतर लगभग रोजाना 35000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में ही करीब 1028 लोगों की मौत हो गई है। बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए रूस में एक सप्ताह का अवकाश कर दिया गया है। अगर कोरोना संक्रमण मामलों की बात करें तो रूस में अब तक आठ करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं जबकि सवा दो लाख से ज्यादा मौतें हो चुकी है।
विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि इंग्लैंड में भी बढ़ रहे कोरोना मामलो के लिए यही सब वेरिएंट जिम्मेदार है। उल्लेखनीय है कि इंग्लैंड में भी सितंबर माह के बाद 6% ज्यादा संक्रमण बढा है। यह भी दावा किया गया है कि वैक्सीन इस वेरिएंट के प्रभाव को कम करने के लिए प्रभावी है। लेकिन जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं ली उन लोगों के शरीर में एंटीबॉडी को यह वेरिएंट नाटकीय रुप से बदल देता है। अभी तक सब वेरिएंट की श्रेणी में शामिल यह वेरिएंट अगर ज्यादा मामले आए तो वेरिएंट ऑफ इंटरेस्ट की लिस्ट में शामिल हो जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित इंग्लैंड और रूस की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसियां इस वेरिएंट की लगातार निगरानी कर रही है।