Indore News : इंदौर में एक नाबालिग के अपहरण का मामला सामने आया था, जिसमें नाबालिग ने अपने अपहरण होने की जानकारी परिजनों को फोन पर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग को धरमपूरी से बरामद किया और महाकाल मंदिर के धागे ने पूरे राज से पर्दा उठा दिया। फेल होने के डर से उसने अपने अपहरण की साजिश रची थी।
बाणगंगा थाना का मामला
दरअसल, मामला बाणगंगा थाना क्षेत्र का है, जहां एक नाबालिग के पिता ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। बता दें कि उसकी बेटी कोचिंग गई थी, जिसके बाद वह घर नहीं लौटी। जिसके बाद पुलिस ने अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की थी। वहीं, आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें कुछ नजर नहीं आया लेकिन अगले दिन नाबालिग ने अपने पिता को फोन करके यह जानकारी दी कि उसे आकर बचा लिया जाए। इस बात की सूचना पिता ने पुलिस को दी सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत धरम पूरी पहुंची।
सख्ती से पुछताछ
वहीं, पुलिस ने मौके पर पहुंच कर नाबालिग को अपनी अभिरक्षा में लिया और थाने लाकर उससे पूछताछ की गई। उसने बताया कि रिक्शा वाले ने उसका अपहरण किया था। जब उसे होश आया तो वह एक खेत में थी, वहां से उसने अपने पिताजी को जानकारी दी थी लेकिन उसके साफ-सुथरे कपड़े देखकर पुलिस का शक गहराता गया और हाथ में एक महाकाल मंदिर का धागा भी बंधा हुआ था। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारी कहानी बयां कर दी।
परिजनों को सौंप
उसने बताया कि वह फेल हो गई थी और परिजन की सहानुभूति प्राप्त करने के लिए उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी रची। वह अपने कोचिंग क्लास से सीधे उज्जैन चली गई थी, वहां उसने महाकाल के दर्शन किए और धर्मपुरी में आकर अपने पिता को अपराहन की जानकारी दी। फिलहाल, पुलिस ने महाकाल मंदिर के धागे से पूरी झूठी कहानी से पर्दा हटा दिया और उसे समझाइश देकर परिजन को सौंप दिया गया है।
इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट