Indore News : IPL सट्टे ने ली युवक की जान, पहले बनाया VIDEO और फिर लगाई फांसी

Pooja Khodani
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INDORE

इंदौर, आकाश धोलपुरे। भले अब वन डे इंटरनेशनल (One day international) मुकाबले शुरू हो गए हो लेकिन क्रिकेट (Cricket) के सट्टे के कारोबार से आईपीएल (IPL) का भूत उतरने का नाम नही ले रहा है। ऐसा ही एक पेंचीदा मामला इंदौर (Indore) में सामने आया है जहां आईपीएल के सट्टे (Betting) के लाखों रुपए के लेनदेन के विवाद के बाद आखिर में एक युवक ने फांसी (Hanging) लगा ली।

घटना शहर के लसूड़िया थाना क्षेत्र की बताई जा रही है, जहां सुनील कुशवाह नामक युवक ने क्रिकेट के सट्टे के 10 लाख रुपये न मिलने और उसके साथ मारपीट करने के बाद फांसी लगा ली। फांसी लगाने वाले सुनील ने बकायदा सोमवार रात को खुद का वीडियो (VIDEO) बनाकर तीन लोगों को जिम्मेदार बताते हुए, वीडियो अपने परिजनों को भेजा। जिसके बाद बदहवास हुए परिजन उसे ढूंढते रह गए और बाद में पता चला की उसकी मौत हो गई।

सुनील नामक युवक ने वीडियो में बताया कि चंदन महाराज उर्फ चंदन रघुवंशी उसके 10 लाख रुपये नही दे रहा है और पैसे के लिये चन्दन ने उसे बावड़ी मंदिर स्कीम नम्बर 78 बुलाया जहां विक्की और छोटु खत्री निवासी जनता क्वार्टर ने उसके साथ मारपीट की। इधर, मृतक के करीबियों क़ी माने तो वो जब क्रिकेट में सट्टे में चंदन रघुवंशी नामक सटोरिये से हार गया था तो बकायदा सुनील ने 5 लाख रुपये चूकता कर दिए थे लेकिन अब कब वो 10 लाख रुपये जीत गया तो उसे रुपए नही दिए।

इसी बात का वीडियो खुदकुशी (Suicide) करने वाले सुनील ने अपने परिजनों को भेजा था वीडियो में ये भी कहा गया है कि चंदन उसके पैसे उसके परिजनों को लौटा दे। । बता दे कि सट्टे के 10 लाख रुपये लेनदेन के विवाद में फांसी लगाने वाला सुनील सब्जी बेचने का काम करता था और उसके परिवार में उसकी पत्नि, माँ और भाई है।फिलहाल, मृतक के शव को पोस्टमार्टम (Post Mortem) के लिए एम.वाय. अस्पताल भेजा गया है और पुलिस (Indore Police) पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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