इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
पहले स्वाईन फ्लू तो अब कोरोना जी हां ये उन वायरस के नाम जो एक दफा आपके शरीर मे घुस जाए तो आपकी जान आफत में डाल सकते है और ये ही वजह है कि ना सिर्फ राज्य बल्कि केंद्र सरकार भी कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव में जुट गया है। केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के मामले में बकायदा हर राज्य को एक विस्तृत प्लान तैयार कर दिया है ताकि देश मे इस वायरस से कोई संक्रमित ना हो। इंदौर में तो बकायदा एम. वाय. प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संभाग स्तर पर मीडिया व सोशल मीडिया के जरिये लोगो से अपील की है कि वो कोरोना वायरस से डरे नही बल्कि 15 जनवरी के बाद चीन से लौटे लोगो की जानकारी मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को दे। एम.वाय. अधीक्षक पी.एस. ठाकुर की माने तो केंद्र सरकार की गाइड लाइन के तहत कोरोना वायरस और स्वाइन फ्लू के बकायदा एक आइसोलेटेड वार्ड तैयार है जहां डॉक्टरों की टीम संदिग्ध मरीज के इलाज के तैयार वही सभी विभाग हमेशा स्वास्थ्य सेवाएं देने के तैयार पोजीशन पर है। डॉ. पी.एस. ठाकुर ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमण की आशंका के चलते एक छात्र व एक छात्रा सहित दो लोगो को आइसोलेटेड वार्ड में रखा गया था। जो मेडिकल की पढ़ाई के लिए चीन गए थे और सर्दी जुकाम की शिकायत के शुक्रवार को उन्हें डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया था। इसके बाद दोनों स्टूडेंट्स के ब्लड सैम्पल जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए थे। जहां से दोनों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। हालांकि, डॉ. ठाकुर ने लोगो से अपील की है कि वो घबराए नही और यदि किसी मे ऐसे सिनटम्स पाए जाते है या आशंका है तो मरीज को भी मास्क पहनाए और खुद भी मरीज से 6 फीट की दूरी पर रहे इसके साथ ही तुरंत मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी कार्यालय या एम. वाय. में संपर्क करे। वही स्वास्थ्य विभाग भी एयरपोर्ट पर निगरानी कर ऐसे लोगो पर नजर बनाए हुए है जो हाल ही में चीन से आये हुए है या आ रहे है ताकि किसी भी गम्भीर स्थिति में बचाव का काम किया जा सके।