इतना तनाव फैल गया कि रात करीब 11 बजे मुस्लिम समाज के लोगों ने सेंट्रल कोतवाली थाना घेर लिया। आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी की और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। बाणगंगा इलाके में हुई घटना के बाद इंदौर के सेंट्रल कोतवाली थाना पर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर हंगामा मचाया। वही पुलिस ने इस घटना में शामिल हर शख्स पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
दरअसल, मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में रक्षाबंधन के दिन एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके बाद शहर में साम्प्रदायिक हिंसा को बढ़ावा मिल सकता है। इन्दौर के बाणगंगा में पिटाई करते हुए एक युवक का वीडियो वायरल होने के बाद एक समुदाय के लोगो ने थाने पर जमकर हंगामा मचाया।वायरल वीडियो में दिख रहा है कि एक युवक के बैग की तलाशी लोगो द्वारा ली जा रही है। इस दौरान इलाके के लोग युवक की पिटाई भी कर रहे हैं।
वीडियो के संबंध में बाणगंगा थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी का कहना है कि ये मामला बाणगंगा इलाके का नहीं है। वहीं थाने में हंगामा करने वालों का कहना है कि वायरल वीडियो (Viral Video) इंदौर के बाणगंगा इलाके के खारचा क्षेत्र का है। सदर बाजार इलाके में रहने वाला युवक चूड़ी बेचने गया था। इस दौरान इलाके के कुछ लोगों ने युवक को एक जगह बैठाया और उसकी पिटाई कर दी।
थाना प्रभारी सोनी (Indore Police) के बयान के सामने आने के बाद रविवार देर रात सेंट्रल कोतवाली इलाके पर समुदाय विशेष के लोगों की काफी भीड़ जुट गई। उन्होंने वायरल वीडियो में दिख रहे सभी लोगों पर कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने थाना घेर लिया। इसके बाद थाने के स्टाफ ने खुद को अंदर बंद कर लिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल कोतवाली इलाके में तैनात किया गया। वहीं, पुलिस अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के बाद उन्होंने मामला दर्ज कर कार्रवाई की बात कही जिसके बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
इस घटना पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर में दो समुदायों के बीच हुए विवाद मामले में दोनों पक्षों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है।गृह विभाग की रिपोर्ट के अनुसार एक विशेष समुदाय का व्यक्ति हिन्दू नाम रखकर चूड़ियां बेच रहा था जिसके कारण सारा विवाद हुआ।हिन्दू नाम रखकर चूड़ियां बेचता था, उस आरोपी के पास से 2 फ़र्ज़ी आधारकार्ड मिले है, आरोपियों पर कार्रवाई पुलिस ने कर दी है।अगर ऐसा किया है तो भी भीड़ को कानून हाथ मे लेने का अधिकार नहीं है,कानून का राज है और कानून कोई हाथ मे नहीं ले सकता।