इंदौर।
मध्य प्रदेश के इंदौर में आज चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। सिंह ने मोदी सरकार पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी प्रधानमंत्री पद का ठीक इस्तेमाल नहीं कर रहे। वही बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बयान ‘मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री के रूप में सोनिया गांधी और राहुल गांधी सरीखे कांग्रेस नेताओं के रिमोट कंट्रोल से चलते थे।’ पर मनमोहन सिंह ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है कि रिमोट कंट्रोल से सरकार चलती थी। कांग्रेस सरकार ऐसे तरीके से चलाई जाती है जिससे पार्टी और सरकार दोनों एक स्टेज पर काम करे। हमारे समय में सरकार और पार्टी में कोई मतभेद नहीं था।
मनमोहन ने कहा कि जिस तरह से मोदी बोलते हैं उनको शोभा नहीं देता। खासकर जब वह कांग्रेस शासित राज्यों में जाते हैं तो वहां खूब बोलते हैं जो ठीक बात नहीं, उन्हें पद की गरिमा रखनी चाहिए।उन्होंने कहा कि देश के लोग राफेल डील पर संदेह जाहिर कर चुके हैं। विपक्ष और कई संगठन संयुक्त संसदीय समिति की मांग कर रहे हैं लेकिन मोदी सरकार इसके लिए तैयार नहीं है। इससे पता लगता है कि दाल में कुछ काला है। राफेल मामले की जेपीसी जांच होना चाहिए वही उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में किसानों की समस्या बहुत ज्यादा है। राज्य में व्यापम जैसा महाघोटाला हुआ। हमारी सरकार ने कभी भी किसी भी सरकार के साथ भेदभाव नहीं किया था। हमने मध्य प्रदेश के साथ कभी भेदभाव नहीं किया, शिवराज सिंह चौहान इसके गवाह हैं।
उन्होंने कहा कि 2014 में मोदी ने हर साल देश में 2 क��ोड़ नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन आज वह वादा पूरा नहीं किया जा सका। मोदी सरकार युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने में नाकाम रही है। वही उन्होंने नोटबंदी को लेकर कहा कि मैंने पहले ही संसद में कहा था कि यह संगठित लूट का हिस्सा है, जबकि जीएसटी पर उन्होंने कहा कि इसे बगैर पूरी तैयारी और खास योजना के साथ लागू किया गया।