इंदौर बेलेश्वर मंदिर हादसा : गोविंद मालू ने सीएम शिवराज को लिखा पत्र, की ये मांग

Atul Saxena
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Indore Beleshwar temple accident : इंदौर में रामनवमी के दिन बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुआ हादसा कई बड़े सवाल खड़े कर गया है। मध्य प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आपदा प्रबंधन की लचर व्यवस्था ने पूरे प्रशासन की ना सिर्फ पोल खोल दी है बल्कि प्रशासन के अधिकारियों की संजीदगी को भी उजागर कर दिया है।

अब इंदौर में रहने वाले जनप्रतिनिधि प्रशासनिक अव्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं और उन्हें सुद्रढ़ करने की मांग कर रहे हैं , भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू ने इसे लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग करते हुए उन्हें पत्र लिखा है।

गोविंद मालू ने जारी किये अपने बयान में कहा कि इंदौर में हुआ हादसा एक सबक है। रेस्क्यू में इतना विलम्ब क्यों हुआ, उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आबादी के लिहाज से प्रशिक्षित रेस्क्यू टीम की जरूरत है,  नगर निगम को भी अपने यहाँ आधुनिक आपदा प्रबंधन दल और संसाधन बनाना चाहिए।

खनिज निगम के पूर्व उपाध्यक्ष गोविंद मालू ने मांग की कि इंदौर में रानी अहिल्याबाई के समय जो 359 बावड़ियाँ थी उनकी खोजबीन की जानी चाहिए, व आज कहाँ हैं किस हालत में हैं। श्री मालू ने कहा कि “यह शहर हमारा गौरव है जो नम्बर वन आया है, इस तमगे को आपदा प्रबंधन में भी नम्बर वन बनाने की जरूरत है। हमारे लिए पहले शहर फिर दलीय राजनीति है।

गोविंद मालू ने कहा कि फायर ब्रिगेड के संसाधन भी आबादी के लिहाज से अपर्याप्त है। शहर में अतिक्रमण होता जा रहा है,  फुटपाथ और संकरी गलियां खाली करवाएं, वर्ना कभी हादसा होने पर ना तो इसमें फायर ब्रिगेड पहुँच पायेगी ना आपदा प्रबंधन दल पहुँच पाएंगे, उन्होंने कहा कि जो मार्ग चौड़े हो गए उनके रोड तक अतिक्रमण हटवाएं।

आज शहर के व्यापारिक क्षेत्रों में इस तरह अतिक्रमण हो रहा है कि गलियों में एक आदमी के निकलने की जगह नहीं है जैसे जेलरोड, राजबाड़ा क्षेत्र की गलियां, कपड़ा मार्केट, शक्कर बाजार,सराफा और खजूरी बाजार की गलियां ऐसे में यदि कोई हादसा या आपदा हुई तो क्या होगा?

उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों में जमीम और दुकान के भाव बढ़ने से छोटी छोटी दुकानें गलियों में निकाल दी। यहाँ आदमी नहीं निकल सकता, उल्टा वाहनों का अंबार लगा है। निगम प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर अतिक्रमण अवैध निर्माण हटाना चाहिए। भाजपा नेता ने नए भवनों की फायर एन ओ सी जारी  करते समय की जाने वाली लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इसे रोका जाये वर्ना ये किसी दिन भी भारी पड़ सकती है।

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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