इंदौर।
इंदौर में अस्पताल प्रशासन की एक बड़ी खामी सामने आई जब अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के मधुबन कॉलोनी में एक व्यक्ति की मौत होने के बाद उनके परिजनों ने अस्पताल फोन कर जांच की मांग की। अस्पताल प्रशासन द्वारा इस बात को गंभीरता से नहीं लिया गया। मधुबन कॉलोनी वालों के लगातार जांच की मांग करने पर स्वास्थ्य टीम वहां पर पहुंचे और लोगों के सैंपल लिए गए। जिसके 2 दिन के बाद उसी परिवार में अचानक से एक मौत और हो गई। जिसके बाद आई रिपोर्ट में मृतक महिला कोरोना संक्रमित पाई गई है।
दरअसल इंदौर के अन्नपूर्णा थाना क्षेत्र के विभिन्न कॉलोनी में एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई। परिजनों को पहले मृतक के कोरोना संदिग्ध धोने का डर था जिसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रशासन को फोन कर कोरोना जांच की मांग की। अस्पताल प्रशासन द्वारा काफी टालमटोल के बाद स्वास्थ्य टीम वहां पहुंची और लोगों के सैंपल लिए गए। दैनिक के दूसरे दिन फिर एक महिला की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। मृतक के परिवार एवं पड़ोसी ने प्रशासन को इसकी जानकारी दी ताकि सावधानीपूर्वक मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सके। किंतु प्रशासन की तरफ से कोई कार्यवाही नहीं होने पर परिजन एवं पड़ोसी ने मिलकर महिला का अंतिम संस्कार किया। जिसके बाद दूसरे ही दिन मृतक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई। मृतक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन एक्शन में अाई। इलाके को पूरी तरह से सील करने के साथ ही मृतक महिला के परिजन एवं पड़ोसियों के सैंपल लिए गए हैं। इसके साथ ही सभी को होम क्वॉरेंटाइन किया गया है।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब अस्पताल प्रशासन द्वारा ऐसी ढील बरती गई है। इससे पहले 1 अप्रैल को समाजवाद नगर के एक परिवार के 50 वर्षीय व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाए गए थे। किंतु न तो प्रशासन ने उन्हें रिपोर्ट सौंपी थी ना ही उनके परिजनों के जांच सैंपल लिए गए थे। परिजनों के काफी जोर देने के बाद जांच टीम ने पहुंचकर उनके सैंपल लिए। जिसमें कोरोना संक्रमित के सभी परिजन के रिपोर्ट नेगेटिव आई है।