इंदौर : इंजेक्शन की कालाबाजारी में नर्सिंग के छात्र का नाम आया सामने, पुलिस के पास पहुंचा मामला

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इंदौर, आकाश धोलपुरे। इंदौर (Indore) में जहां कोरोना संक्रमितों का आकड़ा आसमान छूता जा रहा है। वहीं कई लोग इस महामारी का जमकर फायदा उठाने में भी लगे हुए है, और संक्रमितों के इलाज में इस्तेमाल होने वाला रेमडेसीविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की जमकर कालाबजारी (Black marketing) कर रहे है। इसी के चलते एमआईजी पुलिस ने रेमडेसीविर इंजेक्शन की कालाबाजारी कर रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई कर मामले की जांच शुरु कर दी है।

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दरअसल, इंदौर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच इसके उपचार में एक तरह से संजीवनी माने जाने वाले रेमडेसीविर इन्जेक्शन को लेकर मारामारी का दौर जारी है। एक इंजेक्शन की आस में मरीज के परिजन सुबह से लेकर शाम तक जद्दोजहद कर रहे है। वहीं अब इस इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले भी सामने आने लगे हैं। इसी कड़ी में एमआईजी पुलिस को एक फरियादी ने सूचना दी थी कि एक व्यक्ति उन्हें रेमडेसीविर इंजेक्शन ब्लैक में देने के लिए आ रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को गिरफ्तार किया।

इंदौर : इंजेक्शन की कालाबाजारी में नर्सिंग के छात्र का नाम आया सामने, पुलिस के पास पहुंचा मामला

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह इंडेक्स कॉलेज (Index College) में नर्सिंग स्टाफ में पदस्थ है, उसने अपना नाम शोएब शेख बताया। वहीं पकड़े गए आरोपी के पास से एक रेमडेसीविर इंजेक्शन भी पुलिस ने जब्त किया है, जिसे आरोपी करीब 16 हजार रुपए में बेचने के लिए आया था। वही थाना प्रभारी विनोद दीक्षित ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी नर्सिंग कॉलेज का होना बता रहा है। अगर आरोपी ने रेमडेसीविर इंजेक्शन मिला है। यही वह इसे बेचने के लिए लिया है तो उस पर कड़ी कार्यवाही पुलिस द्वारा की जायेगी और साथ ही ड्रग्स विभाग को भी मामले की जानकारी दी गई है।

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Harpreet Kaur

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