पहलवान को रंगदारी और हफ्ता वसूली करना पड़ा महंगा, जानें क्या है पूरा मामला

Amit Sengar
Published on -

इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट। आर्थिक राजधानी इंदौर (Indore) में एक बार फिर हत्या की वारदात सामने आई है जिसमें एक पहलवान ने रंगदारी और हफ्ता वसूली को लेकर हम्माली करने वाले एक युवक पर पहलवानी दांव दिखाते जमकर मारपीट की। मारपीट की घटना के 14 दिन बाद मजदूर युवक ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद पुलिस के डर से भाग रहे पहलवान पर पुलिस ने हत्या की कोशिश की बजाय हत्या का प्रकरण दर्ज कर लिया है, और पहलवान की तलाश शुरु कर दी है।

यह भी पढ़े…परेशान कर रही है घर की सीलन? जरूर अपनाएं ये घरेलु टिप्स

दरअसल, हत्या की वारदात इंदौर के पंढरीनाथ थाना क्षेत्र की है। जहां के बम्बई बाजार इलाके के कढ़ावघाट के नजदीक मच्छी बाजार क्षेत्र में 29 जून 2022 को रंगदारी दिखाकर हफ्तावसूली करने वाले पहलवान सरफराज ने मृतक शोएब पिता मोहम्मद जाहिद निवासी चंदन नगर को पहले धमकाया और फिर उसके साथ मारपीट शुरु कर दी। इसी दौरान एक दौर में पहलवानी के क्षेत्र में अपना नाम कमा चुके सरफराज पिता अकरम पहलवान ने शोएब से हफ्ता वसूली को लेकर विवाद किया और जब बात नहीं बनी तो पहलवान सरफराज ने दांव पेंच दिखाते हुए शोएब को पटखनी देने के साथ जमकर मारपीट की।

पहलवान को रंगदारी और हफ्ता वसूली करना पड़ा महंगा, जानें क्या है पूरा मामला

यह भी पढ़े…कांग्रेस का तंज- भोपाल की फटकार के बाद कलेक्टर ने माना “CM को परोसी चाय गर्म थी”

इसके बाद मारपीट में गंभीर रूप से घायल हुए शोएब को इलाज के लिए परिजन चोइथराम अस्पताल ले गए, जहां से उसे एम.वाय. अस्पताल रैफर कर दिया गया। वहीं शोएब ने सोमवार रात को दम तोड़ दिया। मृतक शोएब के जीजा शाहबाज खान ने बताया कि कढ़ावघाट में रहने वाले सरफराज पहलवान ने हफ्ता वसूली के चलते शोएब की पिटाई की थी, जिसके 14 दिन बाद शोएब की मौत हो गई।

यह भी पढ़े…बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से कैसे रहें दूर, अपनाएं ये टिप्स

इधर, पंढरीनाथ पुलिस के जांच अधिकारी घनश्याम मिश्रा ने बताया कि हत्या के मामले के सामने आने के बाद अब पुलिस सरगर्मी से हत्या के आरोपी पहलवान की तलाश में जुट गई है। वही पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि पहलवान ने मृतक को इस कदर पीटा था कि उसके शरीर के हिस्सों ने काम करना बंद कर डियां था वही मृतक के सिर पर गम्भीर चोंटे आई थी।


About Author
Amit Sengar

Amit Sengar

मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

Other Latest News