Indore पुलिस को ब्राउन शुगर की तस्करी मामले मिली बड़ी सफलता, एक और आरोपी गिरफ्तार

परदेशीपुरा पुलिस ने पिछले दिनों मुखबिर की सूचना के आधार पर प्रतापगढ़, राजस्थान के ससुर दामाद को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 7 करोड़ रुपए से अधिक की ब्राउन शुगर जब्त की थी।

Shashank Baranwal
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Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में ब्राउन शुगर की तस्करी मामले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दरअसल, पिछले कुछ दिनों पहले पुलिस ने राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले ससुर-दामाद को 7 करोड़ रुपए से अधिक की ड्रग्स तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार किया था। वहीं, पकड़े गए ससुर-दामाद की निशानदेही पर पुलिस ने प्रतापगढ़ के ही एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है।

हावड़ा ले जा रहे थे ब्राउन शुगर

परदेशीपुरा पुलिस ने पिछले दिनों मुखबिर की सूचना के आधार पर प्रतापगढ़, राजस्थान के ससुर दामाद को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 7 करोड़ रुपए से अधिक की ब्राउन शुगर जब्त की थी। जिसे वह पश्चिम बंगाल के हावड़ा ले जाने वाले थे। हालांकि, उसके पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने प्रतापगढ़ के इशाक उर्फ गोगा को गिरफ्तार किया है, जोकि प्रतापगढ़ का बड़ा ब्राउन शुगर सप्लायर बताया जा रहा है।

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पूछताछ जारी

बता दें कि पकड़े गए आरोपी ससुर दामाद इशाक उर्फ गोगा से ही बड़ी मात्रा में ब्राउन शुगर लेकर आए थे और उसे हावड़ा लेकर जाने वाले थे, लेकिन उसके पहले ही पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, पकड़े गए आरोपी इशाक से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है। फिलहाल, मामले की शुरूआती से जांच की जा रही है कि आखिर आरोपी के पास से इतनी मात्रा में ब्राउन शुगर कहां से आई थी। इसके अलावा किसके माध्यम से आई और वह हावड़ा में किसे यह सप्लाई करता था।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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