इंदौर में धारदार हथियार लहराकर नाबालिग का मनाया जन्मदिन, वीडियो वायरल

Gaurav Sharma
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minor birthday celebration with arms

इंदौर,आकाश धोलपुरे। आधुनिकता की अंधी दौड़ में सरपट आगे बढ़ रहे इंदौर में आखिर अपराध और अपराधी क्यों फल फूल रहे है, इसकी एक बानगी सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में देखने को मिल रही है। जिसके बाद कई सवाल भी उठ रहे है कि आखिर समाज और संस्कृति किस ओर जा रही है।

दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने इंदौर में हड़कम्प मचा रखा है और ये वीडियो कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठा रहा है। वीडियो शहर के जिंसी इलाके का बताया जा रहा है और वीडियो में एक नाबालिग की बर्थ डे पार्टी का सेलिब्रेशन धारदार हथियारों के साथ किया जा रहा है, जिसमे कई बड़े व नाबालिग बच्चे शामिल है। इतना ही नही इस वीडियो में जिस नाबालिग का जन्मदिन मनाया जा रहा है, उससे केक भी उसके मुंह पर चाकू रख कटवाने की कोशिश की जा रही है। वही नाबालिग के जन्मदिन सिर्फ बड़े चाकू ही नहीं बल्कि खटकेदार चाकू और तलवार भी लहराई गई।

वीडियो की जानकारी मिलने पर पुलिस के आला अधिकारियों ने मल्हारगंज पुलिस को सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए। मल्हारगंज पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने आबिद पिता साबिर नामक एक युवक को चाकू के साथ पकड़ लिया है।

वही पार्टी में शामिल अन्य नाबालिगों और युवकों की तलाश पुलिस कर रही है। फिलहाल, पुलिस की पूछताछ जारी है और पुलिस ये पता लगाने में जुटी है कि नाबालिगों को ये हथियार कहा से मिले है और क्यों उन्होंने जन्मदिन पार्टी में हथियारों को लहराने का मकसद क्या था।

फिलहाल, पुलिस तफ्तीश में जुटी हुई है वही पुलिस के आला अधिकारियों ने वीडियो के सामने आने के बाद सभी थानों को निर्देशित भी किया है कि वो सतत थाना क्षेत्रों में भ्रमण करे ताकि अपराधियों में पुलिस का भय कायम रहे। इधर, अब सवाल ये भी उठ रहे है कि क्या नाबालिगों के परिजन इतने लापरवाह हो चले है कि उन्हें ये होंश ही नही है कि उनके बच्चे बाहर जाकर क्या कर रहे है फिलहाल, सवाल तो और भी कई है लेकिन इन सबके बीच जन्मदिन का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल है।

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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