MP News : अब घर बैठे कर सकेंगे पार्सल की बुकिंग, अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा

Amit Sengar
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MP News : इंदौर जिले में निजी कोरियर कंपनियों की तरह भारतीय डाक विभाग ने भी घर-घर जाकर डाक कलेक्शन करने का काम शुरू कर दिया है। इसके लिए आज इंदौर जीपीओ में “घर पहुंच मोबाइल पार्सल बुकिंग वेन” शुरु की है। यह प्रतिदिन निर्धारित रूप से डाक संग्रह करते हुए मुख्य डाकघर पहुंचेगी। नागरिकों को घर पहुंच सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से एवं ग्राहकों की बढ़ती मांग को देखते हुए इंदौर जीपीओ में आज “घर पहुँच मोबाइल पार्सल बुकिंग सेवा” का शुभारंभ पोस्ट मास्टर जनरल प्रीती अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रवर अधीक्षक नगर मंडल दिनेश डोंगरे, सहायक निदेशक राजेश कुमावत, जगदीश प्रसाद शर्मा, वरिष्ठ पोस्ट मास्टर जयश्री राघवन सहायक अधीक्षक उपस्थित थे।

पोस्ट मास्टर जनरल अग्रवाल ने बताया कि डाक विभाग में पार्सल का व्यवसाय बढाने एवं ग्राहकों की विशेष सुविधा हेतु मोबाइल पार्सल बुकिंग वैन का शुभारंभ किया गया है जिसके अंतर्गत वे ग्राहक जो समय कि व्यस्तता के चलते या अन्य किसी कारण से डाकघर तक नहीं आ पाते अपने पार्सल इस वैन को देकर घर बैठे अपने पार्सलों की बुकिंग करवा सकते हैं। साथ ही ऐसे ग्राहक या व्यवसायिक प्रतिष्ठान जो बल्क में पार्सल बुक करवाना चाहते हैं वे भी बिना किसी अतिरिक्त शुल्क के अपने पार्सलों को डाकघर के माध्यम से बुक करवा सकेंगे।

डाक टिकिट भी मिलेंगे

इस मोबाइल वैन में ग्राहकों की सुविधा के उद्देश्य से डाक टिकटों की बिक्री भी की जाएगी। इस चलित डाकघर में ग्राहकों को विभाग की सेवाओं और योजनाओं के बारे में बताने के लिए एक मार्केटिंग एग्जिक्यूटिव भी उपलब्ध रहेगा।

जीपीओ से एमजी रोड तक चलेगी

यह चलित डाकघर जीपीओ से प्रारंभ होकर छावनी, दवा बाजार, मधुमिलन चौराहा, जंजीरवाला चौराहा, न्यू सियागंज, एमटीएच कम्पाउंड, राजवाड़ा होते हुए नगर मुख्य डाक घर ( एमजी रोड ) तक जाएगी। इन मार्ग पर प्राप्त सभी पार्सलों को इंदौर नगर मुख्य डाक घर में बुक किया जाएगा।

इंदौर से मंगल राजपूत की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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