इंदौर, आकाश धोलपुरे। मध्यप्रदेश और देश मे कोरोना के बढ़ते प्रभाव के चलते अब कांग्रेस केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साध रही है। इंदौर में तो शुक्रवार सुबह कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल ने प्रतीकात्मक तौर पर अनूठे तरीके से विरोध जताया। कांग्रेज़ ने बकायदा इंदौर में मोदी के डमी स्वरूप द्वारा डमी मोर को दाना खिलाने वाले दृश्य को रिक्रिएट कर उनके सामने कोरोना से मरने वाली डमी लाश को रख दिया और फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही कोरोना संकटकाल के बीच मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा।
कांग्रेस का मानना है कि देश प्रधानमंत्री मोर के साथ खेल रहे हैं और दूसरी तरफ जनता कोरोना से मर रही है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव विवेक खंडेलवाल और प्रवक्ता गिरीश जोशी ने कहा कि आज कोरोना जैसी महामारी के कारण देश मे संक्रमितों का आंकड़ा 45 लाख के पार हो चला है और 80 हजार लोगो की मौत हो चुकी है वही लॉक डाउन के चलते बेरोजगारी चरम पर है वही जीडीपी 24% नीचे आ गई है, चीन एलएसी पर नजरे जमाये बैठा है। अस्पतालों में जगह नही है, शमशानों मे मरने वालों के दाहसंस्कार करने के लिये लाइन लग रही है बावजूद इसके देश के प्रधानमंत्री मोदी को कोई चिंता नही है वो कभी थाली तो कभी मोमबत्ती जलवाकर गायब हो जाते है और सबसे बड़े शर्म की बात ये है कि इतनी बड़ी विपदा के बीच मोर को दाना खिला रहे है।
इन सब बातो से आक्रोशित कांग्रेस ने पीएम मोदी से मांग की है कि वो कोई ऐसा रास्ता देश को सुझाये जिससे कोरोना पर लगाम लगाई ही जा सके साथ विपरीत परिस्थितियों में देश बेरोजगारी के दंश से बाहर निकल सके। वही कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल ने प्रदेश की शिवराज सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश में हर रोज 2 हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आ रहे है ऐसे में सरकार और बीजेपी रैलियों और जुलूस निकालकर उपचुनाव की तैयारियो में जुटी हुई है जबकि ये वक्त जनता की सुरक्षा करने लेकिन प्रदेश सरकार इसमे अब तक विफल रही है।
हालांकि कांग्रेस ने भले ही कोरोना संकटकाल के चलते तमाम आरोप लगाकर केंद्र और प्रदेश सरकार पर लगाये हो लेकिन इसी संकटकाल के दौरान कांग्रेस द्वारा स्वयं भी भीड़ जुटाकर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाई है। कांग्रेस की मांग जायज जरूर हो सकती है लेकिन प्रदेश और इंदौर के हालात बेकाबू हो चले है ऐसे में सभी न सिर्फ बीजेपी बल्कि कांग्रेस को बहुत हद तक उपचुनाव की चिंता छोड़ समाज सेवा में जुट जाना चाहिए क्योंकि चाहे पक्ष हो या विपक्ष आखिरकार होते तो जनता की सेवा के लिए ही है