Indore : इंदौर के बी. एम. कालेज आफ फार्मेसी में एक छात्र द्वारा प्रिंसिपल प्रो विमुक्ता शर्मा को पेट्रोल डालकर जलाया गया था। जिसके बाद प्रिंसिपल ने जिंदगी की लड़ाई 5 दिनों तक लड़ी लेकिन वह इसमें हार गई। आज सुबह 4 बजे जिंदगी और मौत के बीच पांच दिन चले द्वंद के बाद चोइथराम अस्पताल में उन्होंने दम तोड़ दिया। इस मामले में आरोपित की मुश्किलें बढ़ गई है। प्रिंसिपल की मौत से पहले ही आरोपित आशुतोष श्रीवास्तव पर इंदौर कलेक्टर डा.इलैयाराजा टी ने रासुका लागू कर दी। आपराधिक प्रकरणों की जानकारी के साथ पुलिस ने रासुका का प्रस्ताव दे दिया था।
गौरतलब है कि प्रिंसिपल विमुक्त शर्मा इस हादसे में करीब 80 प्रतिशत जल चुकी थी। उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई थी ना ही वह ठीक से सांस ले पा रही थी। ऐसे में उन्हें वेंटिलेटर से एक्सट्रीम सपोर्ट सिस्टम पर बुधवार के दिन शिफ्ट कर दिया गया था। डॉक्टर्स ने भी उनकी हालत चिंताजनक होने की बात कही थी। उनके ठीक होने की प्रार्थना हर कोई कर रहा था। कॉलेज के स्टूडेंट भी प्रार्थना कर रहे थे। लेकिन आज सुबह प्रिंसिपल ने आखरी सांसे ली। जिसके बाद उनका परिवार पूरी तरह से टूट गया।