रैपिड एडवाइजरी कंपनी के 46 कर्मचारियों को कोर्ट ने न्यायिक रिमांड पर भेजा

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भोपाल। मालवा मिल चौराहे के पास मेहता मेंशन में संचालित की जा रही रेपिड रिसर्च टेक्नोलॉजीस एडवाईजरी कम्पनी (Rapid Research Technologies Advisory Company) पर दबिश दी गई थी। कंपनी के 48 कर्मचारियों को पुलिस ने गरिफ्तार किया था। जिसमें से 46 आरोपियों को कोर्ट द्वारा न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। एसटीएफ एसपी पद्मविलोचन शुक्ल ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी के मालिक अरूण खण्डेलवाल एवं जितेन्द्र सराठे को भी दो दिन की पुलिस रिमांड रप भेजा गया है। 

उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से कंपनी से डीवीआर तथा पी.आर.आय. लाईन का जीएसएम गेटवे पुलिस ने जब्त किया है। इसके अलावा जांच के दौरान यह भी पाया गया कि कम्पनी के कर्ताधर्ताओं द्वारा कम्पनी के नाम के अतिरिक्त अपने पुराने कर्मचारियों के नाम से सिमकार्ड लिये गये थे और उन नम्बरों का उपयोग कॉलिंग के लिए किया जाता था।  जांच में यह भी पाया गया कि कर्मचारियों को दिये गये टारगेट को प्रेशर दिया जाता था एवं उस प्रेशर में उनसे कार्य कराया जाकर सेबी को बताये गये बैंक खातो के अतिरिक्त अन्य बैंक खातो में राशि प्राप्त की जा रही थी। पुलिस रिमाण्ड के आरोपियों से आज रेपिड रिसर्च टेक्नोलॉजी के परिसर को खुलवाया जाकर आवश्यक दस्तावेज एवं तकनीकी सामग्री जप्त की गई है।


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