इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
निष्पक्ष भयमुक्त एवं पारदर्शी निर्वाचन के लिए चाक-चौबंद इंतजाम कर लिए गए हैं। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाया गया है। केंद्रीय पुलिस बल की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की जा रही है। किसी भी मुश्किल स्थिति के लिए पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है। निर्वाचन के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था को भंग करने की किसी भी कोशिश को सख्ती से कुचला जाएगा। इंदौर जिले के प्रत्येक मतदान केन्द्र है, एक वर्दीधारी पुलिस विशेष प्लान के तहत रहेगी वही हर बूथ पर एक विशेष पुलिस अधिकारी तैनात रहेगा।
पुलिस विभाग के आला अधिकारियों की माने तो जिन मतदान केंद्रोंमें 4 या अधिक बूथ एक साथ हैं और वे क्रिटिकल हैं तो ऐसे स्थानों प्रतिशत केंद्रीय पुलिस बल लगाया गया है। केंद्रीय पुलिस बल से संरक्षित कुल 203 भवन हैं।ग्रामीण क्षेत्र में एकल मतदान केंद्र जो क्रिटिकल की श्रेणी में हैं, उनमें आर्म्स गार्ड लगाये गये हैं। सभी क्रिटिकल एवं वल्नरेबल मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग, वीडियोग्राफी एवं सीसीटीवी. की व्यवस्था की गई है। ज्यादा संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर सीएपीएफ प्लान के अनुसार लगाया गया है। इनमें से 315 पर वेबकास्टिंग, 135 में वीडियोग्राफी एवं 105 में सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 210 सेक्टर मोबाइल्स, 36-36 एफएसटी व एसएसटी कार्यरत हैं। जिले में 288 सेक्टर मजिस्ट्रेट जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये हैं।
जिले में 15 क्यू.आर.टी. में केंद्रीय पुलिस बल के 15 हाफ सेक्शंस लगाये गये हैं। आर.ए.एफ. की एक कंपनी स्ट्राइकिंग फोर्स है। जिले में कोई दूसरे राज्य की सीमा नहीं लगती। इंदौर से लगने वाले मध्यप्रदेश के अन्य 4 जिलों की सीमा पर कुल 11 नाके बनाये गये हैं। जिनमें 24 घंटे लगातार 14-14 का बल लगाया गया है। इस प्रकार लगभग 382 अधिकारी, 2500 पुलिस कर्मचारी, 450 होमगार्ड, 2300 विशेष पुलिस अधिकारियों, 16 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल, 03 कंपनी एसएएफ का बल लगाया गया है। 9 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 555 संवेदनशील मतदान केन्द्र (134 वल्नरेबल एवं 421 केवल क्रिटिकल सहित) है। कुल मिलाकर मतदान का दिन याने 28 नवंबर बुधवार को इंदौर जिले की सभी सीटों पर पुलिस की चाकचौबंद व्यवस्था रहेगी।