इंदौर, आकाश धोलपुरे। अक्सर ससुराल में बहू पर अत्याचार के मामले सामने आते रहते हैं, हालाँकि महिला से जुड़ा कानून बन जाने के बाद घरेलू हिंसा के मामलों में कमी आई है बावजूद इसके कुछ लोग आज भी समाज में ऐसे हैं जिन्हें ना समाज की चिंता है और ना कानून का भय, इंदौर प्रशासन के सामने आया विधवा बहू का एक मामला इसका ताजा उदाहरण है।
इंदौर कलेक्ट्रेट कार्यालय (indore district administration) अपनी फरियाद लेकर पहुंची निशा गोस्वामी की आंसुओं से भरी आंखे उसको दी जा रही प्रताड़ना (atrocities on widowed daughter-in-law) को बताने के लिए काफी है। शिकायती आवेदन में निशा ने बताया कि कुछ समय पहले उसके पति ने आत्महत्या कर ली थी। उसकी मौत के बाद से मेरी सास, ससुर, देवर की नजर मेरे मकान पर है जिसे मेरे पति के खून पसीने की कमाई से बनाया है।