जबलपुर: धोखाधड़ी के मामले की जांच करने नोएडा गए पुलिसकर्मियों ने आरोपी से मांगी रिश्वत, निलबिंत

Gaurav Sharma
Published on -

जबलपुर,संदीप कुमार। मोबाइल ऐप के जरिए करीब 55,000 रु की हुई धोखाधड़ी के मामले में जांच करने नोयडा गई जबलपुर साइबर सेल में पदस्थ दो सब इंस्पेक्टर और एक आरक्षक को आरोपी से रिश्वत माँगने और फिर विवाद करने को लेकर बड़ी कार्यवाही की गई है।एसपी सायबर सेल ने तीनों को निलबिंत कर दिया है।

इस मामले की जाँच करने गए थे सायबर सेल के पुलिस कर्मी नोयडा

दर्शल रोजी बे ऐप के माध्यम से जबलपुर में रहने वाले एक युवक के साथ 55 हजार रु की ठगी की गाओ थी, इस मामले की जाँच करने 17 तारीख को जबलपुर से सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद परवेज खान,आरक्षक आसिफ और विजय नोएडा गए हुए थे 18 तारीख को आरोपी के खातों को सीज न करने के लिए उन्होंने रिश्वत की मांग की इस दौरान सायबर सेल में पदस्थ पुलिसकर्मियों का आरोपी और उसके साथियों से विवाद हो गया,विवाद के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई और पुलिसकर्मियों की दो पिस्टल भी छीन ली गई जिसकी शिकायत नोयडा के गौतम बुद्ध नगर थाने में करवाई गई।

नोयडा पुलिस की जाँच में हुआ खुलासा

पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीनने के मामले की नोयडा पुलिस ने जब जाँच शुरू की तो परत दर परत खुलासे होने लगे।जाँच में पाया गया पंकज,राशिद और आसिफ ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उसके पक्ष में करने के लिए रिश्वत की मांग की, जिसको लेकर विवाद हुआ और उन्होंने मारपीट करते हुए उनकी पिस्टल छीन ली,हालांकि आरक्षक विजय इस मारपीट और रिश्वत कांड से दूर रहा।

नोयडा कमिश्नर की शिकायत पर एडीजे ने किया निलबिंत

रिश्वत को लेकर हुई मारपीट और पिस्टल छीनने की घटना को नोयडा कमिश्नर ने मध्यप्रदेश सायबर सेल एडीजे साई मनोहर को बताई,एडीजे ने भी माना कि पकंज-आसिफ और राशिद की गलती है लिहाजा तीनो को निलबिंत कर दिया गया,वही इस मामले की सायबर सेल पुलिस अब पुनः नोयडा जाकर जाँच भी करेगी।

बीस लाख रु की मांगी थी पुलिसकर्मियों ने रिश्वत

जानकारी के मुताबिक सब इंस्पेक्टर पंकज साहू, सब इंस्पेक्टर राशिद ने आरोपी सूर्यभान से मामले को उनके पक्ष में करने के लिए 20 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी,इसी रकम को लेकर सूर्यभान से इनका विवाद हुआ था, फिलहाल अभी तीनों ही निलंबित पुलिसकर्मी को जुडिशल रिमांड में भेज दिया गया है वही जल्द ही एक टीम नोएडा जाने की तैयारी कर रही है।

 


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News