जबलपुर में ऑनलाइन ठगी का शिकार हुआ छात्र, पुलिस ने मामला किया दर्ज, जांच जारी

12वीं में पढ़ने वाला छात्र 69 हजार रुपए की ऑनलाइन बुक खरीदी मामले में ठगी का शिकार हो गया। जिसकी शिकायत उसने स्थानीय बेलबाग थाने में की। वहीं साइबर क्राइम के पास मामला पहुंच गया है।

Shashank Baranwal
Published on -
Cyber ​​Crime

Jabalpur News: मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां एक छात्र के साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। जिसकी शिकायत छाक्ष द्वारा जिले के स्थानीय बेलबाग थाने में की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले को साइबर सेल को सौंप दिया है। वहीं इस मामले में सायबर सेल की टीम जांच में जुट चुकी है।

ऑनलाइन बुक खरीदी के दौरान हुई ठगी

छात्र ने पुलिस को बताया कि वह 12वीं क्लास में पढ़ता है। उसने अपनी पढ़ाई के लिए ऑनलाइन बुक खरीदी थी। जिसके लिए 69 हजार रुपए ऑनलाइन भुगतान कर दिया था। हालांकि जिस क्यूआर कोड के जरिए उसने भुगतान किया था, वह गलत निकला और उसके साथ हजारों रुपए की ऑनलाइन ठगी हो गई।

थाना प्रभारी ने दी जानकारी

वहीं मामले में थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि साइबर सेल के जरिए इसकी जांच की जा रही है। इसी के साथ पुलिस ने लोगों से अपील की है कि जब तक ऑनलाइन पर्चेज के बारे में पता ना रहे तब तक खरीददारी नहीं करनी चाहिए। वहीं थाना प्रभारी प्रवीण ने कहा कि निश्चित रूप से छात्र की जरा सी लापरवाही के चलते उसके खाते से 69 हजार रुपए कट गए। उन्होंने कहा कि अब ठग छाक्षों को भी अपना निशाना बना रहे हैं जो कि एक गंभीर विषय है। फिलहाल पलिस लगातार लोगों को जागरुक कर यह भी बता रही है कि किसी भी खरीदी के लिए जब तक पूरी तरह से यह ना समझ ले कि वह खरीदी सही है तभी अपने पैसे ट्रांसफर करें।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News