जबलपुर, डेस्क रिपोर्ट। ओमिक्रान के मामलें सामने आने और केंद्र सरकार के अलर्ट के बावजूद जबलपुर में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही शहर के लोगो पर भारी पड़ती नज़र आ रही है, जबलपुर में अमेरिकन नागरिक की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव आई है और हैरान करने वाले वाली बात यह है कि जिस अमेरिकन नागरिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है वह अमेरिका से दिल्ली आया और दिल्ली से जबलपुर होते हुए बांधवगढ़ गया और फिर इसके बाद DFO हेमंत सिंह के घर में आयोजित विवाह समारोह में शामिल हुआ, रविवार को इस अमेरिकी नागरिक की कोरोना की रिपोर्ट पॉजिटिव आई,ओमिक्रान को लेकर इस समय पूरी दुनिया और देश में जिस तरह के हालात बने है, फूंक फूंक कर राज्य सरकार कदम रख रही है।
MP Teacher Recruitment 2021: चयनित शिक्षकों के नियुक्ति आदेश और लिस्ट जारी, देखें यहां
मध्य प्रदेश में भी सरकार ने जिला प्रशासन को मुस्तैदी के साथ सख्ती बरतने के निर्देश दिए है उसके बावजूद शहर के स्वास्थ्य अधिकारी किस तरह लोगो की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे है उसका एक उदाहरण है यह मामला, क्यों नही इस अमेरिकी नागरिक की बांधवगढ़ जाने से पहले जांच की गई या फिर उसे क्वारटीन किया गया, और तमाम समारोह में शामिल होने घूमने फिरने के बाद जब इस अमेरिकी नागरिक की जांच की गई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही हड़कंप मच गया, जबकि यही काम पहले किया जाना था, मगर अमले की सुस्ती और या कहे लापरवाही कितनी खतरनाक साबित हो सकती है यह किसी से छुपा नही है। वही अब इस विदेशी नागरिक की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उसके संपर्क में आये लोगो को जांच के लिए कहा जा रहा है, वही सवाल DFO पर भी उठ रहे है, की विदेशी नागरिक की जांच के बिना शादी में कैसे शामिल होने दिया गया या फिर सैंपल देने के बाद स्वास्थ्य अमले या अधिकारियों ने क्यों नही इस बात की जानकारी ली कि विदेशी नागरिक क़वारटीन है कि नही।
MPPEB: पीईबी उम्मीदवारों को परीक्षाओं से पहले बड़ी राहत, अब ऐसे होगा सत्यापन
फिलहाल नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कालेज की लैब में आई इस पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद अब प्रशासनिक और स्वास्थ्य अमला अपनी लापरवाही छुपाने में लग गया है, वही जबलपुर में आईएएस अधिकारी के पॉजिटव आने के बाद स्वास्थ्य अमला यहां भी इसे छुपाने में जुटा रहा लेकिन जैसे ही यह खबरे मीडिया के माध्यम से लोगो तक पहुंची उसके बाद स्वास्थ विभाग सोमवार को कमिश्नर कार्यालय पहुंचा जहां करीबन 60 से 70 कर्मचारियों के सैंपल लिए गए, फिलहाल अलर्ट के बावजूद स्वास्थ्य विभाग की यह लापरवाही लोगो के लिए जानलेवा बनती हैं तो इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य विभाग का अमला होगा।