बीच सड़क पर लावारिस कार मिलने से फैली सनसनी, मौके पर पहुंची पुलिस

Gaurav Sharma
Published on -
anonymous car found jabalpur

जबलपुर, संदीप कुमार। हाई कोर्ट के गेट नंबर तीन के पास बीच सड़क पर लावारिश कार मिलने से सनसनी फैल गई,आनन फानन में जैसे ही हाई कोर्ट सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों को इसकी सूचना मिली तो वह भी मौके पर पहुंच गई और मोर्चा संभाल लिया। बीच सड़क पर खड़ी लावारिस कार को पुलिस पूरी तरह से संदेहास्पद मान रही थी। लिहाजा पुलिस कार छूने से लगातार पीछे भी हट रही थी, इधर हाईकोर्ट के पास किसी अज्ञात के द्वारा कार छोड़े जाने की खबर मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत ही पुलिस कंट्रोल रूम को दी।

सूचना के आधे घंटे बाद भी नहीं पहुंचा पुलिस कंट्रोल रूम से मौके पर पुलिस बल

हाईकोर्ट के गेट नंबर 3 के पास बीच सड़क पर एक लावारिस कार खड़ी है। यह सूचना मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत ही कंट्रोल रूम को दी, बावजूद इसके आधे घंटे बीत गए पर ना ही कंट्रोल रूम से पुलिस बल पहुंचा और ना ही संबंधित थाने की टीम आई। इधर हाईकोर्ट की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी संदेहास्पद कार को लगातार अपनी सुरक्षा में लिए रहे। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने वायरलेस सेट के माध्यम से बार-बार पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी बावजूद इसके पुलिस बल जब नहीं पहुंचा तो फिर हाई कोर्ट सुरक्षा प्रभारी को इसकी जानकारी दी गई।

कोई बुजुर्ग कार खराब होने के चलते छोड़ दिया है

बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट के कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे से देखा गया कि शाम साढ़े चार बजे कार कोई अज्ञात बुजुर्ग उतरा था और कार के खराब हो जाने के चलते वह वही कार को छोड़कर चला गया। बताया जा रहा है कि कार में लिखे गए नंबर के आधार पर अब पुलिस वाहन मालिक की तलाश कर उससे संपर्क करेगी।

हाई कोर्ट के सामने का छोड़कर जाना बड़ा अपराध

हाई कोर्ट परिसर में बीच सड़क पर कार्य को छोड़कर बिना बताए चले जाना पुलिस की नजरों में यह बड़ा अपराध है। लिहाजा पुलिस अब कार मालिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गई है। पुलिस कार के नंबर के आधार पर मालिक से संपर्क करने में जुटी हुई है। फिलहाल मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने कार को धक्का देकर किनारे कर दिया है और आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News