जबलपुर| चुनावी बिगुल बजने के पहले से ही इंदौर सीट को लेकर हो रही खींचतान में आज एक नया मोड़ आया, जब आठ बात की सांसद और सुमित्रा महाजन ने खुद को टिकट की दौड़ से बाहर कर लिया| इंदौर का टिकट फाइनल करने में पार्टी नेता ताई के कारण असमंजस में थे, अब उन्होंने पत्र लिखकर कहा है असमंजस को दूर कर पार्टी प्रत्याशी घोषित करे वे इंदौर से चुनाव नहीं लड़ेंगी| इसको ताई की नारजगी के रूप में भी देखा जा रहा है, क्यूंकि पार्टी का मन इस बार ताई को चुनाव लड़ाने का नहीं था| ताई की इस घोषणा से सियासत में हलचल मच गई है| वहीं प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह का कहना है कि ताई की सहमति से पार्टी अगला कदम उठाएगी।
दरअसल, इंदौर लोकसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा को लेकर हो रही देरी के चलते आखिरकार भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन का धैर्य टूट गया और उन्होंने घोषणा कर दी कि मैं अब चुनाँव नही लड़ूंगी। इधर ताई की इस घोषणा के बाद से भारतीय जनता पार्टी में खलबली मच गई है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने इस मामले में कहा कि पहले भी कहा गया है कि ताई हमारी वरिष्ठ नेत्री है,लोकसभा में स्पीकर है इसलिए वो जो भी निर्णय करेगी सोच समझकर करेगी।
राकेश सिंह ने कहा कि ताई ने लंबे समय तक पार्टी में रहकर कार्यकर्ताओ का निर्वहन किया है वो हम सभी की मार्गदर्शक है और हम सब उनसे प्रेरणा लेते है। चुनाव न लड़ने के फैसले को लेकर अगर उन्होंने कुछ कहा है तो सोच समझकर कहा होगा। वही इंदौर लोकसभा सीट को लेकर पत्र के माध्यम से इसे घातक बताए जाने पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि ताई की सहमति से अगला कदम पार्टी उठाएगी।