जबलपुर, संदीप कुमार। जबलपुर (Jabalpur) में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का पालन करने का नियम सिर्फ आम जनता बस को है, शासन-प्रशासन अगर आम जनता में जरा सी भी चूक देख लेता है तो तुरन्त ही उसे उसकी सजा दे देता है पर लगता है कोरोना का नियम माननीयों के लिए नहीं है इसलिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठकर ही नेता कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ा रहे है और पुलिस-प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है, ताजा मामला चरगवां का है जहां सांसद राकेश सिंह (Rakesh Singh) की बैठक में नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई गई।
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चरगवां में सांसद ने बुलाई बैठक-50 से ज्यादा कार्यकर्ता हुए शामिल
जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए चरगवां में बैठक आयोजित की पर इस बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) से लेकर लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई, सांसद राकेश सिंह ने कोरोना महामारी के संबंध में बैठक बुलाई, जिसमें अधिकारीयों से लेकर बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए इस दौरान कोरोना गाइडलाइन का भी जमकर उल्लंघन भी हुआ।
सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुंचे सांसद राकेश सिंह
कोरोना काल मे स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने सांसद राकेश सिंह सैकड़ों समर्थकों के साथ चरगवां स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ाई गई, आम जनता को अगर शादी समारोह में शामिल होने के लिए 10 लोगों से ज्यादा की अनुमति अगर नहीं है तो फिर सांसद जी को सैकड़ों कार्यकर्ताओ के साथ मौजूद रहने की आखिर किसने अनुमति दी ? बताया जा रहा है सांसद कोरोना महामारी को रोकने के संबंध में बैठक लेने के लिए चरगवां स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे।
बैठक थी अधिकारियों की-पहुंच गए माननीय सांसद जी
जानकारी के मुताबिक चरगवां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जो बैठक बुलाई गई थी वह अधिकारियों की थी, इसके बावजूद सांसद राकेश सिंह कोरोना महामारी की बैठक लेने पहुंच गए, जहां की सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कोसो दूर था, सभी लोग एक-दूसरे के पास बैठे हुए थे कुछ तो मुंह मास्क कपड़ों से तक नहीं ढके थे, इस बैठक में ए.डी.एम बाथम, एस.डी.एम कलावती ब्यारे, जिला सीईओ प्रभास राज घनघोरिया सहित तहसीलदार और कार्यकर्ता मौजूद रहे थे।