जबलपुर, संदीप कुमार। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल और उद्योग राजधानी इंदौर में जिस तरह से भिक्षुओ के साथ हुई आमानवीय तस्वीर सामने आई है। उसके बाद से मध्य प्रदेश सरकार का चेहरा हर जगह से शर्मसार हुआ है। यही वजह है कि शर्म झेल रही राज्य सरकार के निर्देश पर जिले के हर कलेक्टर भिक्षुओं को रैन बसेरा में सहारा देने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। कमोवेश आज कई सालों बाद जबलपुर में भी यह नजारा दिख रहा है कि जब कलेक्टर हाथ जोड़कर भिक्षुओं से रेन बसेरे में जाने का निवेदन कर रहे हो।
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा उतरे शहर की सड़कों पर भिक्षुओं से कर रहे हैं निवेदन
राज्य सरकार के निर्देश पर जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा रविवार की देर रात शहर की सड़कों पर उतरे और सड़को पर सो रहे भिक्षुओ से निवेदन किया कि वह इस कड़कड़ाती ठंड में सड़कों पर न रहे हैं। कलेक्टर ने उनके पास जाकर निवेदन किया कि उनके रहने की व्यवस्था हमे रेन बसेरा की है। कलेक्टर कर्मवीर शर्मा आज पूरे शहर में घूमते हुए नजर आए और वह भिक्षुओ से निवेदन कर रहे थे कि सभी लोग रैन बसेरा में जाकर ठहरे।
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महिला ने सुनाई जिला प्रशासन को खरी-खोटी
जिला प्रशासन के अधिकारी जब सड़कों पर रह रहे भिक्षुओं को रेन बसेरा में जाने का निवेदन किया तो उस दौरान एक महिला जो कि अपने मासूम बच्चे को गोद में बैठा कर सड़क किनारे बैठी थी। उसने जिला प्रशासन के अधिकारियों पर जमकर हमला बोला। महिला ने कहा कि जब पूरे देश में कोरोना झेल रहा था और हम शहर की सड़कों पर बैठे हुए थे। उस समय आप लोग कहां थे। महिला ने जिला प्रशासन पर कई तरह के उपेक्षाओं के गंभीर आरोप भी लगाए।
अभी चलो साथ हमारे कल सुबह भले ही आ जाना वापस
जबलपुर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा भिक्षुओं को रैन बसेरा में शिफ्ट करने के लिए जब सड़कों पर उतरे तो वहां सो रहे भिक्षुओं ने साफ तौर पर कलेक्टर को मना कर दिया। जिस पर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने भिक्षुओं से निवेदन किया कि अभी बहुत ही ठंड है इस को देखते हुए वह लोग रैन बसेरा में शिफ्ट हो जाए। साथ ही उंन्होने कहा कि अभी साथ मे चलो भले ही वापस कल वापस फिर आ जाना।
बड़ा सवाल आखिर इतने दिनों बाद क्यों आई राज्य सरकार को भिक्षुओ की याद
हाल ही में जिस तरह से उद्योगधानी इंदौर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई थी। उसके बाद से राज्य सरकार का चेहरा हर जगह से शर्मसार हो रहा था। यही वजह है कि अब पूरे प्रदेश में राज्य सरकार ने भिक्षुओं को रैन बसेरा में शिफ्ट करने का निर्णय लिया है। लिहाजा इसी को देखते हुए अब जिला प्रशासन सड़कों के किनारे सो रहे व्यक्तियों को रैन बसेरा में शिफ्ट करने की कवायद शुरू कर दी है। बहरहाल राज्य सरकार का यह निर्णय कहा जा सकता है कि देर से आया पर दुरुस्त आया। अब भिक्षुओं और गरीब असहाय लोगों को राज्य सरकार की तरफ से कुछ हद तक जरूर मदद मिलेगी।