जबलपुर में सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। आरोप है कि उन्होंने बरेला क्षेत्र की चार शराब दुकानों में घुसकर कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की। ठेकेदार अजय सिंह बघेल ने आरोप लगाया है कि वो दुकान सरेंडर करने को लेकर दबाव बना रहे थे। उन्होंने अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री, आबकारी मंत्री, आबकारी आयुक्त, जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों को की है।
ये कोई पहली बार नहीं है जब संजीव दुबे विवादों में फंसे हों। उनपर 72 करोड़ रुपए के फर्जी चालान घोटाले का आरोप है और इसे लेकर विभागीय जांच भी चल रही है। इससे पहले रतलाम में भी इसी तरह का मामला सामने आया था। धार में पदस्थापना के दौरान विधायकों को पैसे देन का उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था।
सहायक आबकारी आयुक्त पर गंभीर आरोप
ठेकेदार अजय सिंह बघेल का आरोप है कि सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे और उनके सहयोगियों ने उनके बरेला समूह की चार शराब दुकानों में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट की, गाली-गलौज की और धमकी भी दी। आरोप है कि संजीव दुबे ने अवैध वसूली के लिए दबाव बनाया और मांग पूरी न होने पर कर्मचारियों के साथ मारपीट की। इसे लेकर अब अजय सिंह बघेल ने मुख्यमंत्री, आबकारी मंत्री, आबकारी आयुक्त, जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों को शिकायत पत्र भेजा है।
ठेकेदार ने की कार्रवाई की मांग
अपनी शिकायत में ठेकेदार अजय सिंह बघेल ने कहा है कि सहायक आबकारी आयुक्त संजीव दुबे अपने साथियों के साथ दुकान में घुसे और लगभग तीन घंटे तक हंगामा किया। उनका कहना है कि संजीव दुबे ने कर्मचारियों को धमकी दी है अपने मालिक को बोल दो कि दुकान सरेंडर कर दें नहीं तो हम तबाह कर देंगे..जबलपुर में दुकान नहीं चलाने देंगे। शिकायत के साथ सीसीटीवी का एक वीडियो फुटेज भी भेजा गया है जिसमें कुछ अधिकारी दुकानदारों और कर्मचारियों को धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं। ठेकेदार अजय सिंह बघेल ने संदेह जताया कि इस शिकायत के बाद उनकी दुकानों पर फर्जी केस भी लगाया जा सकता है। उन्होंने दोषियों पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।






