जबलपुर, संदीप कुमार। हर वर्ष नाग पंचमी (Naga Panchami) के दिन सपेरे अपने पिटारे में नाग-नागिन (naag-nagin) को लेकर शहर भर में घूमते हैं। और फिर तमाशा दिखाकर अच्छे खासे रुपए भी कमाते हैं। पर बीते कुछ सालों से इस प्रथा को वन विभाग (Forest department) खत्म करने में जुटा हुआ है। जब भी कभी सपेरे सांप के साथ घूमते हुए देखे जाते हैं तो वन विभाग उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करता है।
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आज भी वन विभाग ने पकड़े 30 से 40 सांप
वन विभाग को आज सूचना मिली की जबलपुर शहर के विजय नगर रांची ग्वारीघाट मेडिकल के आसपास कुछ सपेरे अपने पिटारे में सांपों को रखकर तमाशा दिखा रहे हैं। और आस्था के नाम पर कमाई भी कर रहे हैं। इस सूचना के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर जाकर दबिश दी और सपेरों के पास से 30 से 40 सांपों को बरामद किये। वन विभाग ने इंसानों को जहां जंगल में छोड़ दिया। तो वहीं सपेरों के खिलाफ कार्रवाई भी की है।
सांप के जहर से नही लगता है डर
पकड़े गए सपेरों ने वन विभाग को पूछताछ के दौरान बताया कि वह बीते कई सालों से नागपंचमी के समय जंगल से सांपों को पकड़ते है और फिर उन्हें अपनी पिटारे में भरकर शहर की तरफ रुख कर लेते हैं। और जब त्यौहार खत्म हो जाता है तो फिर पुनः इन सांपों को जंगल में छोड़ दिया करते थे। उन्होंने बताया कि उन्हें सांप के जहर से डर नहीं लगता है और वह बड़ी आसानी से सांपों को पकड़ लेते हैं।