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Thu, Dec 18, 2025

जबलपुर-पत्रकार पर हमला करने वाला अस्पताल संचालक अमित खरे गिरफ्तार, हॉस्पिटल में चल रहे फ्रॉड की खबरें छापने से था नाराज

Written by:Sushma Bhardwaj
Published:
अमित खरे ने कई बार अलग-अलग नामों से अस्पताल खोले, पर हर बार लापरवाही और गलत इलाज को लेकर सुर्खियों मे अस्पताल रहा है।
जबलपुर-पत्रकार पर हमला करने वाला अस्पताल संचालक अमित खरे गिरफ्तार, हॉस्पिटल में चल रहे फ्रॉड की खबरें छापने से था नाराज

5 crore MD-drugs recovered from the car of Rahul Anjana

अपने साथियों के साथ मिलकर पत्रकार सुनील सेन पर जानलेवा हमला करने वाले अस्पताल संचालक अमित खरे को गढ़ा थाना पुलिस ने शनिवार को सागर से गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर 29 तारीख की रात को लाठी और बेसबॉल से हमला किया था, जिसमें सुनील को गंभीर चोट आई थी।

यह थी वजह 

दरअसल विवाद की वजह खबर छापने से नाराज से शुरू हुई थी। एक सप्ताह से फरार मास्टरमाइंड अमित खरे को जबलपुर पुलिस ने दमोह से गिरफ्तार किया है। आरोपी अपनी साली के घर पर छिपकर बैठा हुआ था। इससे पहले गढ़ा थाना पुलिस ने सुनील सेन पर प्राणघातक हमला करने वाले दो आरोपियों को पहले ही पकड़ लिया था। दरअसल अमित खरे के अस्पताल में मरीजों के साथ हो रहे खिलवाड़ और इलाज के नाम पर अधिक वसूली की जा रही थी, जिसकी जानकारी पत्रकार सुनील सेन को लगी तो उन्होंने अपने पोर्टल में एक के बाद एक खबर छापी, जिससे नाराज होकर आरोपी अस्पताल संचालक ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर लाठी,डंडे से मारपीट की और सड़क पर गंभीर हालत में छोड़कर फरार हो गए।

जानलेवा हमला कर सड़क पर तड़पता छोड़ा 

स्थानीय लोगों ने सुनील को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। शहर के सूपाताल सहित अलग-अलग इलाकों मे अमित खरे ने कई बार अलग-अलग नामों से अस्पताल खोले, पर हर बार लापरवाही और गलत इलाज को लेकर सुर्खियों मे अस्पताल रहा है। हाल ही मे पत्रकार सुनील को जब पता चला कि अस्पताल में मरीजों के साथ मारपीट करना, बाइपास खड़े होकर एम्बुलेंस को रोकना और जबरन मरीजों को अपने अस्पताल लेकर करना करता है, जो ड्राइवर बात नहीं मानता, उसके साथ मारपीट कर धमकी देने का काम किया करता था। पत्रकार ने जब उसके अवैध कामों के खिलाफ लिखना शुरू किया तो पहले अमित खरे ने उसे धमकी दी, इस पर बात नहीं बनी तो, अपने साथियों के साथ मिलकर सरेराह मारपीट की। अमित खरे ने साले तरुण ठाकुर, मोनू खटीक,राज उपाध्याय और यशवंत के साथ मिलकर जान से मारने का प्लान बनाया। 29 और 30 तारीख की दरमियानी रात पत्रकार सुनील जब किसी काम से वापस बाइक से घर लौट रहा था, तभी सिंघई पेट्रोल पंप के पास घात लगाकर बैठे अमित खरे ने अपने साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया। इस घटना में सुनील के सिर,हाथ और कमर में गंभीर चोट आई थी। सुनील ने पुलिस को बताया कि पिस्टल,लाठी और बेसबाॅल से लैस बदमाशों ने हमला किया था।

मास्टरमाइंड अमित था फरार 

घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या मे पत्रकार और गढ़ा पुलिस घायल सुनील का हाल जानने अस्पताल पहुंची। बयान दर्ज करने के बाद गढ़ा थाना पुलिस ने हत्या के प्रयास की धारा लगाते हुए आरोपियों की तालाश शुरू कर दी। घटना के दो दिन के भीतर पुलिस ने मोनू और राज को गिरफ्तार कर लिया था, पर मास्टरमाइंड अमित दो अन्य साथियों के साथ फरार था। शुक्रवार की रात को जानकारी लगी कि अमित सागर मे साली के घर पर छिपा हुआ है, तुरंत पुलिस मौके के लिए रवाना हुई और अमित खरे को हिरासत में लेकर जबलपुर आई। पुलिस ने आज अमित को कोर्ट में पेश करते हुए रिमांड मांगी, जहां से उससे पूछताछ और घटना में प्रयोग की गई कार के संबंध में एक दिन की रिमांड में लिया है।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट