जबलपुर, संदीप कुमार। मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए बड़ी राहत दी है। अब किसानों को एसएमएस का इंतजार नहीं करना पड़ेगा बल्कि किसान अब अपनी उपज को बेचने के लिए स्वयं खरीदी केंद्र का चयन कर सकते हैं और विक्रय केंद्र में जाकर बेच सकते हैं। साथ ही जांच और उपार्जन को पोर्टल पर खुद ही कर अपलोड कर सकेंगे।
यह भी पढ़ें – Jabalpur News: कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के दामाद ने 1 करोड़ 80 लाख रूपये का किया गबन
नई व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर गेहूं की तौल क्षमता का निर्धारण पोर्टल पर किया जाएगा। जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन एक कांटे से ढाई सौ किवंटल की तौल की जाएगी। गेहूं खरीदी के लिए किसान खरीदी 4 अप्रैल से 16 मई तक उपज विक्रय करने के लिए उपार्जन केंद्र का चयन एवं उपज के विक्रय की दिनांक स्वयं ही ई उपार्जन पोर्टल पर कर सकेंगे रजिस्टर कर सकेंगे। इन केंद्रों में प्रतिदिन न्यूनतम 1000 किवंटल उपज की तौल हेतु 4 कांटे लगाए जाएंगे।
यह भी पढ़ें – 31 मार्च तक अगर आधार पैन कार्ड से लिंक नहीं कराया तो देना पड़ेगा जुर्माना
यह सेवा राज्य सरकार ने इसी साल से कर दी है। इसके लिए किसान को स्लॉट बुकिंग करने के लिए www.mpeuparjannic.in पर जाकर कर सकता है। साथ ही किसानों को इस बारे में पता चल सके उसके लिए लिंक की जानकारी एसएमएस के माध्यम से कृषक के मोबाइल पर भी दी जाएगी। जिससे उन्हें आसानी होगी अपने उपार्जन को बेचने में।
यह भी पढ़ें – वर्दी का रौब दिखाते हुए मानसिक रोगी का कॉलर पकड़कर दरोगा ने सरेआम उसे घसीटा
बता दें कि उक्रैन और रूस के युद्ध के कारण गेहूं की आयात नहीं हो रही है जिससे यहाँ की मंडियों के अलावा गांवों में भी किसान दाम बढ़ा चढ़ाकर बेच रहे हैं। सरकारी मंडियों के समर्थन मूल्य से ज्यादा भाव उन्हें बाहर मिल रहा है। इसी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। ताकि किसान अपने नजदीकी क्षेत्र में ही फसलों को विक्रय कर सके।