जबलपुर, संदीप कुमार। शुक्रवार को जबलपुर के प्रभारी मंत्री ओ.पी. भदौरिया (Minister K.P. Bhadauria) को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के कार्यकर्ता रोककर उन्हें एक करोड़ रुपए का नकली चेक भेंट करने की फिराक में थे। एनएसयूआई के कार्यकर्ता अपने अंजाम में सफल हो पाते कि इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
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नकली इंजेक्शन को लेकर सरबजीत सिंह मोखा के मामले में जिला प्रशासन और राज्य सरकार का नरम रुख देखते हुए एनएसयूआई लगातार राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। एनएसयूआई का आरोप है कि स्थानीय जिला प्रशासन और राज्य सरकार सरबजीत सिंह मोखा को बचाने में जुटी हुई है। इतना ही नहीं निजी अस्पतालों में जो लापरवाही चल रही है, वह आज भी जारी है और प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रही है।
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जबलपुर के तहसील चौक पर प्रभारी मंत्री को घेरने की तैयारी में जुटे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं को पुलिस ने उनके आते ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने करीब 10 से 15 एनएसयूआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया और अब उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने की तैयारी में जुट गई है। गौरतलब है कि जबलपुर में नकली रेमडीसिवीर इंजेक्शन को लेकर कई बड़े अस्पतालों के नाम सामने आए हैं पर जिला प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई करने में लचर साबित हो रहा है। यही वजह है कि एनएसयूआई ने आज प्रभारी मंत्री को घेरने की कोशिश की पर उनसे पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।