MP News : बुलडोजर कार्रवाई रोकने लगाई जनहित याचिका HC ने खारिज की

Atul Saxena
Published on -

जबलपुर, संदीप कुमार। मध्य प्रदेश (MP News) में अतिक्रमणकारियों के कब्जों पर चलाये जा रहे बुलडोजर (Bulldozer) को रोकने के लिए लगाई गई याचिका को एमपी हाई कोर्ट (MP HC) ने खारिज कर दिया। हाई कोर्ट (MP High Court) ने कहा कि याचिकाकर्ता ना तो पीड़ित है और ना उसका इससे सीधा कोई सम्बन्ध है इसलिए याचिकाकर्ता का ये मामला सुनवाई योग्य नहीं है।

दंगाई, गुंडे, बाहुबली या यूँ कहें ऐसे लोग जो समाज की शांति भंग करते हैं उनके द्वारा किये गए अतिक्रमण पर मध्य प्रदेश प्रदेश की शिवराज सरकार (Shivraj Government) बुलडोजर चला रही है। एंटी माफिया अभियान (mp anti mafia campaign) के तहत ये कार्यवाही प्रदेश में जारी है। पिछले दिनों खरगोन में हुए दंगों के बाद इसमें और तेजी आई।  इस कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष खड़ा हो गया है और इस कार्रवाई को कानून के विरुध्द बता रहा है।

ये भी पढ़ें – MP Weather : 24 अप्रैल तक 11 जिलों में बूंदाबादी की संभावना, बिजली गिरने के आसार, इन जिलों में लू का अलर्ट

देश के तमाम न्यूज चैनल और असदुद्दीन ओवैसी जैसे बड़े मुस्लिम नेता भी इसे गैरकानूनी और एक पक्षीय कार्यवाही बता रहे हैं, इस बीच बुलडोजर का मामला हाई कोर्ट पहुँच गया। एडवोकेट अमिताभ गुप्ता ने जबलपुर हाई कोर्ट में इसके खिलाफ एक जनहित याचिका लगाई।

ये भी पढ़ें – MP में नहीं बढ़ी पेट्रोल-डीजल की कीमत, जाने प्रदेश के सभी शहरों में कितनी रही ईंधन की कीमत

जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। हाई कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता न तो पीड़ित है और ना उसका इससे कोई सीधा सम्बन्ध है।  इसलिए याचिकाकर्ता का ये मामला सुनवाई योग्य नहीं है।  कोर्ट ने आगे कहा कि अगर किसी के साथ गलत हो रहा है तो वो खुद न्यायिक प्रक्रिया को अपनाएं , ये उनका अधिकार है। कोर्ट में वो अपने अधिकारो की लड़ाई खुद लड़े।

ये भी पढ़ें – IPL 2022 पर सट्टे का खेल, दो बॉल पीछे का मैच दिखाकर ठगी, लाखों रुपये, महंगी कारें जब्त 

आपको बता दें कि याचिका में याचिकाकर्ता एडवोकेट अमिताभ गुप्ता ने दलील दी थी कि सरकार की बुलडोजर कार्रवाई  से मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है।  इससे आम जनता में भय का माहौल बन रहा है।  लेकिन हाई कोर्ट ने इसे सुनवाई योग्य नहीं माना।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News