जबलपुर। धनुष तोप कलपुर्जा घोटाले में संदेही जीसीएफ के जूनियर वर्क्स मैनेजर (जेडब्ल्यू) एससी खटुआ की हत्या के मामले की गुत्थी सुलझाने में जुटी स्पेशल एस आई टी और जबलपुर पुलिस को अभी तक कोई सफलता नहीं मिल पाई है। लेकिन उलट इसके हत्या के मामले से जुड़े लोगों ने एस सी खटुआ की पत्नी को मोबाइल फोन पर धमकी देना शुरु कर दिया है। जिसकी शिकायत मौसमी खटुआ ने ओड़िसा से जबलपुर के घमापुर थाना प्रभारी से की। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज़ कर दी है।
दरअसल हत्या के बाद एससी खटुआ की पत्नी मौसमी और उनके परिजन शव लेकर ओड़िसा के अपने पैतृक गांव चले गए थे, जहां पर एस सी खटुआ का अंतिम संस्कार करने के बाद परिजन वहीं पर है। इसी बीच कल किसी अज्ञात व्यक्ति ने मौसमी खटुआ को फोन कर मामले में चुप रहने को कहा। जबलपुर एस पी अमित सिंह की माने तो धनुष तोप में चायनीज बेरिंग इस्तेमाल करने के आरोप में सीबीआई की रडार पर रहे जीसीएफ के वर्क्स मैनेजर एससी खटुआ की हत्या के मामले में जहां पुलिस को जीसीएफ फैक्ट्री प्रबंधन ठीक से जांच में सहयोग नहीं कर रहा है, वहीं खटुआ की पत्नी को फोन पर अज्ञात शख्स ने मामले में चुप रहने की धमकी दी है।
जिसकी शिकायत उन्होंने ओड़िसा से फोन पर घमापुर थाना प्रभारी से की है। जबलपुर एसपी अमित सिंह के मुताबिक़ धनुष तोप में चायना के बेयरिंग इस्तेमाल करने के मामले की जांच में फैक्ट्री के कुछ अधिकारी-कर्मचारियों के नाम भी सामने आए हैं। जो टेंडर प्रक्रिया में शामिल थे, इसके बाद खटुआ की मौत के बाद कुछ और भी तथ्य सामने आए हैं। जिनकी पड़ताल की जा रही है। बहरहाल यह मामला बेहद पेचीदा हो गया है क्योंकि इस प्रकरण में जहां घटनास्थल जीसीएफ फैक्ट्री परिसर है वहीं खटुआ की हत्या के पीछे भी फैक्ट्री में काम करने वाले लोगो के होने के संकेत मिले है। इस घटना में बेयरिंग खरीददारी से जुड़े लोग, टेंडर दिलाने वाले दलाल और कुछ कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं। इतना ही नहीं एसपी अमित सिंह की माने तो कहीं न कहीं जीसीएफ फैक्ट्री प्रबंधन तथ्यों को छिपाने का भी प्रयास कर रहा है। वही जीसीएफ फैक्ट्री में लगे ज्यादातर सीसीटीवी कैमरे भी बंद मिले हैं जिससे तथ्यों को छिपाने की आशंकाए भी मजबूत हो रही है…बहरहाल एसपी का कहना है कि जल्द ही इस मामले में खुलासा किया जाएगा।