पीसीसी चीफ जीतू पटवारी पर मंत्री राकेश सिंह ने किया पलटवार, कहा- कांग्रेस किसी पार्टी का नहीं प्रभु श्रीराम का कर रही विरोध

Shashank Baranwal
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Jabalpur News: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। वहीं प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बाद एक बार फिर कांग्रेस पार्टी विवादों में घिर गई है। जिसे लेकर अब लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने भी कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा है और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी द्वारा दिए गए बयान को लेकर भी पलट वार किया है।

भगवान श्रीराम को लेकर राजनीति करना न्याय संगत नहीं

राकेश सिंह ने जबलपुर में कहा कि भगवान श्रीराम सभी के आस्था के केंद्र हैं और इस तरह भगवान श्रीराम को लेकर राजनीति करना कहीं से भी न्याय संगत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने बयान देकर हलफनामा दिया और भगवान श्रीराम को काल्पनिक कहा था। उनके द्वारा दिए गए इस तरह के बयान से जनता ने उन्हें माफ़ी ना देने का मन बना लिया है। लोक निर्माण मंत्री का कहना है कि भगवान श्री राम आज से नहीं बल्कि कई वर्षों से पूरे विश्व के लोगों के आस्था के केंद्र बने हुए हैं। यहां लोगों की दिनचर्या ही प्रभु श्रीराम के नाम के साथ होती है। वहीं 500 वर्षों के बाद देश में एक ऐसा ऐतिहासिक पल आ रहा है जहां सभी भगवान श्रीराम को उनके मंदिर में विराजमान होते हुए देखना चाहते हैं तो वहीं कांग्रेस पार्टी ने उनके इस निमंत्रण को स्वीकार न कर किसी पार्टी का विरोध नहीं बल्कि प्रभु श्री राम का ही विरोध किया है। जिसके लिए भगवान तो क्या जानता भी उन्हें माफ नहीं करेंगी।

जबलपुर से संदीप कुमार की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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