जबलपुर,संदीप कुमार। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामलें में मुख्य आरोपी सरबजीत सिंह मोखा की पत्नी को कोर्ट से जमानत मिल गई है। एक लाख रु मुचलके पर यह जमानत मिली है। मोखा की पत्नी पर सबूत मिटाने का आरोप है, जिसके चलते पिछले करीब दो माह से जबलपुर केंद्रीय जेल में थी मोखा की पत्नी।
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गुजरात पुलिस ने 1 मई को नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का भंडाफोड़ किया था। मामले में 7 लोग गिरफ्तार हुए थे। 6 मई की रात में गुजरात पुलिस ने फार्मा संचालक जबलपुर निवासी सपन जैन को गिरफ्तार किया। इसके बाद सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत का मोखा का नाम सामने आया। वहीं यह भी खुलासा हुआ कि उसने 23 व 28 अप्रैल को दो कार्टून में 500 नकली इंजेक्शन मंगवाए थे।
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इसमें 35 इंजेक्शन सपन ने रख लिए थे, जिसे 4 मई को इंदौर में एमआर का काम करने वाले राकेश शर्मा के साथ तिलवारा घाट पर फेंक दिया था। वहीं 465 इंजेक्शन में 209 अस्पताल में भर्ती 171 मरीजों को लगा दिए गए थे। इसमें नौ की मौत भी हुई है। इस मामले में 10 मई को ओमती थाने में एफआईआर दर्ज हुआ। अब तक 8 आरोपी बनाए जा चुके हैं। इस पूरे मामलें मे जब पुलिस ने सरबजीत सिंह मोखा को गिरफ्तार किया तो पत्नी ने सबूत मिटाने की कोशिश की ,जिसके बाद पुलिस ने मोखा की पत्नी जसमीत कौर मोखा को गिरफ्तार कर लिया था।