मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में बढ़ाई जा सकती है कामकाज की अवधि, लंच के समय में होगी कटौती

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जबलपुर, संदीप कुमार। मप्र हाईकोर्ट में कामकाज की अवधि डेढ़ घंटे तक बढ़ाई जा सकती है। इसमें एक घंटे का समय बढ़ाया जा सकता है तो आधा घंटा मीटिंग लंच में कम किया जा सकता है। पिछले दिनों हाईकोर्ट में नवागत चीफ जस्टिस रवि विजय मलिमथ की अध्यक्षता में फुल कोर्ट मीटिंग हुई। इसमें कामकाज का समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है।

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अभी सुबह साढ़े 10 से शाम साढ़े 4 बजे तक का समय है। वहीं लंच टाइम डेढ़ से दो बजे तक करने को लेकर भी बात हुई है। अभी डेढ़ से ढाई बजे तक लंच होता है इसके अलावा छुट्टियों को लेकर भी लंबी चर्चा हुई। इसमें विंटर और समर वेकेशन को मिलाकर 15 दिन की छुट्टियां घटाने पर बात हुई। अभी तकरीबन 20 से 25 दिन की छुट्टी दोनों मौसम में रखी जाती हैं। इसके अलावा सालभर में कई शनिवार पर भी कोर्ट चालू रखकर प्रकरण निपटाने पर बात हुई है। वकीलों में चर्चा है कि हाईकोर्ट के कुछ सीनियर जजेस इस प्रस्ताव पर सहमत नहीं हैं। वे बरसों से चले आ रहे परंपरागत सिस्टम को ही यथावत रखने के पक्ष में हैं। चीफ जस्टिस मलिमथ ने शपथ ग्रहण के दूसरे ही दिन पूछा था कि 11 दिन की छुट्टी क्यों रखी गई है, जबकि बीच में चार दिन ऐसे थे जब कोई त्योहार नहीं था।

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केंद्र और राज्य सरकार के सभी विभाग चालू थे। निचली अदालतों में भी बराबर काम हो रहा था। केवल हाई कोर्ट में इतना लंबा अवकाश रखा गया था। हाल ही में इंदौर से हैदराबाद जाते वक्त चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना और हाईकोर्ट चीफ जस्टिस मलिमथ के बीच तकरीबन 40 मिनट चर्चा हुई। बताया जा रहा है कि सीजेआई ने भी अदालतों में लंबित प्रकरणों का निराकरण करने, काम का समय बढ़ाने, अवकाश कम करने के संबंध में बात की है। हाईकोर्ट में कामकाज का समय बढ़ाए जाने को लेकर प्रिसिंपल बेंच जबलपुर की हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जनरल बाॅडी की मीटिंग बुलाई गई थी, जिसमे बार के सदस्यों ने लंच के समय मे आधे घंटे होने वाली कटौती का विरोध करते हुए समय एक घंटे बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया,जिसके बाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन अब हाईकोर्ट को अपने इस फैसले से अवगत कराया जाएगा।

 


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Harpreet Kaur

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