झाबुआ, विजय शर्मा। जिला मुख्यालय पर सहकारी खाद केंद्र में गरीब ग्रामीणों को महंगे दामों में खाद उपलब्ध करवाकर लंबे समय से लूटपाट मचा रखी है। शासकीय मूल्य निर्धारित होने के बावजूद ग्रामीणों को महंगे दामों पर यूरिया खाद्य उपलब्ध हो पा रहा है। मुख्यालय के इस भंडार गृह से हर रोज ग्रामीण सैंकड़ों क्विंटल यूरिया खाद लेने पहुंचते हैं, लेकिन पहले तो उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ता है और फिर महंगे दामों पर खाद खरीदना पड़ता है।
जिला मुख्यालय में भी शासकीय मार्केटिंग वालों को शायद कोई खौफ नहीं है। झाबुआ इंदौर अहमदाबाद रोड कृषि उपज मंडी के पास बने म.प्र.राज्य सहकारी विपरण संघ मर्यादित भंडारण केंद्र झाबुआ गोदाम क्रमांक 1 में यही हालात देखने को मिले। इसके बाद जैसे ही इस बात की भनक सांसद प्रतिनिधि मनोज अरोरा को मिली, वैसे ही वह यहां पहुंचे और ग्रामीणों से इसे लेकर चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि 266.50 रूपये प्रति बोरी की खाद यहां 270 रूपये में दी जा रही है। एक आधार कार्ड पर 6 बोरी खाद दिया जा रहा है और प्रति नग पर मार्केटिंग वाला हमसे पैसे बढ़ाकर ले रहे हैं। किसानों ने कहा कि जो रसीद दी जा रही है उस पर कहीं भी नहीं हमारा नाम अंकित नहीं है, न ही प्रति नग का रेट लिखा जा रहा है।
इन शिकायतों के बाद सांसद प्रतिनिधि मनोज अरोड़ा ने झाबुआ एसडीएम को पूरी घटना से अवगत करवाया। जिसके बाद एसडीएम एम एल मालवीय कृषि विभाग के अधिकारी के साथ अपनी टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। वहां निरीक्षण करने के बाद उन्हें भी कई खामियां नजर आई। इसपर उन्होने तत्काल खाद भंडार केंद्र पर मौजूद अकाउंटेंट, ऑपरेटर व वितरणकर्ताओं को चेतावनी दी। साथ ही कृषि विभाग से साथ आए अधिकारी को केंद्र को शोकॉज नोटिस जारी करने के निर्देश भी दिए।