खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के मांधाता विधानसभा के पूर्व विधायक लोकेंद्र सिंह तोमर का शुक्रवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज मुंबई में चल रहा था। उनके जाने की खबर से खंडवा जिले समेत भाजपा में शोक की लहर दौड़ गई। वह बीजेपी के दिग्गज नेताओं में शुमार थे। उनके निधन पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने श्रद्धांजलि दी है।
खंडवा जिले में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लोग उन्हें प्रेम से दादा बुलाते थे। वह जनता के बेहद करीब थे और हर समस्या में कंधे से कंधा मिलकर खड़े होते थे। वह दो बार मांधाता विधानसभा सीट से विधायक रहे। खंडवा जिला अध्यक्ष कोटवाले ने उनको याद करते हुए बताया कि कुछ समय से उनके फेफड़ों में संक्रमण होने से बीमार चल रहे थे। उन्हें इलाज के लिए इंदौर के अस्पताल में भर्ती भी करवाया गया था, लेकिन उनकी सेहत में खास परिवर्तन नहीं होने के कारण उन्हें यहां से मुंबई रैफर कर दिया गया था। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने के कारण उनके परिजन उन्हें मुंबई लेकर गए। जहां इलाज के दौरान गुरुवार देर रात को उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। इसके बाद देर रात को ही उन्होंने अंतिम सांस ली।
विकास पुरुष माने जाते थे लोकेंद्र दादा
मान्धाता के लोकप्रिय जननेता पूर्व विधायक लोकेन्द्र सिंहजी तोमर विकास पुरुष के रूप में जाने जाते थे। वे 2008 से 2010 तक मान्धाता विधान सभा क्षेत्र के विधायक रहे।
-10 साल के विधायक कार्यकाल मे उन्होंने विधानसभा क्षेत्र मे शिक्षा के लिए स्कूलों , खेती के लिए नहर योजना की भरपूर व्यवस्था की।
-उन्होंने विधानसभा क्षेत्र मे सड़क का जाल बिछा दिया था।
-पुनासा को तहसील का दर्जा दिलाकर मून्दी में डिग्री कालेज खुलवाया।
-मून्दी भगवानपुरा मे आईटीआई की सौगात दिलाकर विकास मे अहम योगदान दिया।
-वे न्याय प्रिय और साफ़गोई के लिये विख्यात रहे।
-लोकेन्द्र दादा कहा करते थे कि काम ऐसा करो कि दुनियां से जाने के बाद लोग याद रखे।